अजमेर (अजमेर मुस्कान)। सुर संगम संगीत समूह के तत्वाधान में अजमेर के एक होटल में सुप्रसिद्ध अभिनेता मनोजकुमार साहब को उनके गीत गाकर उनको श्रद्धांजलि दी गई। इन गानों का सफलतापूर्वक कार्यक्रम एडमिन दयाल प्रियानी के सानिध्य में आयोजित किया गया ।
प्रकाश जेठरा ने बताया कि कलाकारों की बेहतरीन गानों की प्रस्तुतियों ने समा बांध लिया और झूमने लगे । इस अवसर पर जे सी सिन्हा नें कोई जब तुम्हारा हृदय तोड़ दे... दयाल प्रियानी ने "है प्रीत जहाँ की रीत सदा... प्रणय नंदी नें ए वतन ए वतन..अरविन्द मिश्रा ने इक प्यार का नगमा है... ओ पी चास्टा ने रुकजा ओ जाने वाली...लक्ष्मण हरजानी ने और नहीं बस और नहीं...पूनम गीतांजलि ने अँखियो को रहने दे... जितेश लालवानी ने पानी रे पानी तेरा रंग कैसा... प्रकाश जेठरा नें मै ना भूलूंगा... धर्मेंद्र केवलानी नें नसीब मे जिसके जो लिखा था... प्रकाश झमटानी नें पत्थर के सनम....लक्ष्मण चेनानी नें नीले नीले अम्बर पर... मंजू चेनानी नें हर ख़ुशी हो वहां...राजेश यादव नें ज़िन्दगी की ना टूटे लड़ी....महादेव कर्मवानी नें बस यही अपराध मे......पी एल खेतावत नें भरी दुनिया मे....गुलाब खत्री नें छलकाये जाम.... हरीश मसन्द नें चाँद सी मेहबूबा.... कुमकुम जैन नें लग जा गले... शंकर लाल धनवानी नें मेरे देश की धरती...विजय सिंह चौहान ने तुम्हारे प्यार मे हम...श्रीमति मीना खियालानी ने सायो नारा सायो नारा...विजय सोनी नें तेरी याद दिल... आदि कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर मंत्र मुग्ध कर दिया ।
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