अजमेर (अजमेर मुस्कान)। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि वीर सावरकर राष्ट्र नायक हैं। देश की आजादी के आंदोलन में उनका योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता। सुप्रीम कोर्ट द्वारा वीर सावरकर के विरूद्ध असम्माजनक शब्दों के इस्तेमाल पर जताई गई नाराजगी उन लोगों के लिए सबक है जो उनके योगदान और व्यक्तित्व को नकारते हैं। उनके प्रति अश्रद्धा का भाव जनमानस में फैलाने की कुचेष्टा करते हैं।
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि राजनीति और सार्वजनिक क्षेत्र में सक्रिय कुछ लोग लगातार चेष्टा करते हैं कि राष्ट्र नायक वीर सावरकर के विरूद्ध अशोभनीय टिप्पणी को, उनके विरूद्ध जनमानस में अश्रद्धा का भाव बनाएं, उन्हें कोसें ताकि लोगों को लगे कि वीर सावरकर राष्ट्र नायक नहीं थे। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट द्वारा ऎसे वक्तव्यों और चेष्टाओं पर की गई नाराजगी भरी टिप्पणी बड़ा सबक है। सार्वजनिक व रानीतिक क्षेत्र के लोगों को सावरकर के विरूद्ध बोलने से पहले अब सोचना होगा। सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी सबक है कि राष्ट्र नायकों का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कोई भी अब सावरकर जैसे राष्ट्रनायकों की छवि धूमिल करने का प्रयास करता है तो उसे करारा जवाब दिया जाएगा।
देवनानी ने कहा कि हमने वीर सावरकर का पाठ राज्य के स्कूली पाठ्यक्रम में जोड़ा था। सावरकर देश की आजादी के लिए अपना सब कुछ दांव पर लगा कर लड़ने वाले नायक थे। उन्हें दो बार आजीवन कारावास की सजा हुई। वे सदा सर्वदा भारत की आजादी के नायक रहेंगे। करोड़ों युवाओं के मन में उनके प्रति श्रद्धा और सम्मान है। यही बात कुछ राजनीतिक व सार्वजनिक क्षेत्र में सक्रिय कुछ लोगों को हजम नहीं होती और वे सावरकर को बदनाम करते हैं। सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद अब ऎसे लोगों को सबक मिलेगा।
उन्होंने कहा कि वीर सावरकर सदा एक सच्चे स्वतंत्रता सेनानी व राष्ट्र नायक के रूप में याद किए जाते रहेंगे।
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