अजमेर (अजमेर मुस्कान)। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव महेन्द्र कुमार ढ़ाबी द्वारा सोमवार को बाल सम्प्रेषण गृह का निरीक्षण किया गया। सचिव द्वारा मूलभूत सुविधाओं से लेकर गृहों के संचालन का जायजा लिया गया। सम्प्रेषण गृह में डाइट चार्ट एवं बच्चों को नाश्ते, लंच एवं डिनर के लिए भोजन चार्ट की व्यवस्था है। बच्चों के लिए रोजमर्रा की आवश्यकताओं की सभी वस्तुएं मौजूद थी। गर्मी से बचाव के लिए गृह में डेजर्ट कुलर की व्यवस्था है। सदन में परिसर, रसोईघर, शौचालय, स्नानागार में साफ-सफाई की व्यवस्था उचित है। सम्प्रेषण गृह में साप्ताहिक रूप से चिकित्सक विजिट होती है। साथ ही सम्प्रेषण गृह में काउसंलिग हेतु परामर्शदाता भी उपस्थित है। सचिव द्वारा गृह में खाद्य वस्तुए एव जल भण्डारण की व्यवस्था के निर्देश दिए गए एवं विधि से संघर्षरत बालक, सरंक्षित बालक एवं 6 माह में पुर्नवासित बालकों के विवरण की जांच की। गृह में बालकों को कौशल प्रशिक्षण भी दिया जाता है। वर्तमान मे सम्प्रेषण गृह मे कुल 35 बालक आवासरत है।
साथ ही जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव महेन्द्र कुमार ढ़ाबी द्वारा बाल कल्याण समिति, अजमेर का निरीक्षण किया गया। मूलभूत सुविधाओं से लेकर गृहों के संचालन का जायजा लिया गया। बाल कल्याण समिति की कार्यशैली एवं वर्तमान में किए जा रहे कार्यो के बारे में जानकारी प्राप्त की। निरीक्षण के दौरान बाल-बालिकाओं की पत्रावलियो का अवलोकन कर विशेष मामलों पर विचार-विमर्श किया गया साथ ही उनके पुनर्वास में आ रही समस्याओं पर भी ध्यान दिया गया तथा इसके संबंध में किए जा रहे प्रयासों की जानकारी ली गईं। साथ ही अब तक पुर्नवासित किए गए बालक-बालिकाओं की भी जानकारी ली। बाल कल्याण समिति द्वारा बालश्रम एवं भिक्षावृति जैसे मामलों में अब तक की गई कार्यवाही एवं भविष्य में किए जाने वाले कार्योें के संबंध में जानकारी प्राप्त की। कुछ ऎसे मामले जो न्यायालयो में लम्बित है उनके संबंध में जानकारी एवं विधिक सहायता के माध्यम से किए जा सकने वाले प्रयासों के बारे में निर्देश दिए गए। निरीक्षण के दौरान सचिव द्वारा वर्तमान मे बालक-बालिकाओें के साथ हो रहे अपराधों, शोषित बालक-बालिकाओ को विधिक सहायता के माध्यम से न्याय दिलवाने, पुर्नवास के संबंध में किए जा रहे प्रयासों, बाल पीड़ित प्रतिकर स्कीम के माध्यम से भरण-पोषण दिलवाने एवं बाल शोषण के अपराधों के विरूद्ध जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों एवं उनके माता-पिता को जागरूक करने के निर्देश प्रदान किए।
इसी प्रकार सचिव महेन्द्र कुमार ढ़ाबी द्वारा दयानन्द बाल सदन अजमेर का निरीक्षण किया गया। मूलभूत सुविधाओं से लेकर गृहों के संचालन का जायजा लिया गया। दयानन्द बाल सदन में दो भाग हैं, जिसमें एक बाल गृह एवं एक बालिका गृह है। सदन में डाइट चार्ट एवं बच्चों को नाश्ते, लंच एवं डिनर के लिए भोजन चार्ट की व्यवस्था है। बच्चों के लिए रोजमर्रा की आवश्यकताओं की सभी वस्तुएं उपस्थित थी। सदन मे बच्चों के मनोरंजन के लिए इण्डोर एवं आउटडोर गेम्स एवं टी.वी की व्यवस्था भी है। साथ ही बच्चों के लिए शारीरिक व्यायाम एवं योगा प्रोग्राम भी नियमित रूप से संचालित किये जाते है। सुरक्षा की दृष्टि से सदन में सीसीटीवी कैमरे, भवन के चारो तरफ ताराबंदी की गई है। सदन में परिसर, रसोईघर, शौचालय, स्नानागार में साफ-सफाई की व्यवस्था उचित है। सदन में मासिक रूप से चिकित्सक विजिट होती है। वर्तमान में सदन में 40 बालक एवं 19 बालिकाएं आवासरत है।
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