अजमेर (अजमेर मुस्कान)। जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक का आयोजन जिला कलेक्टर अजमेर प्रथम की अध्यक्षता में जवाहर लाल नेहरू आयुर्विज्ञान महाविद्यालय के सभागार में बुधवार को किया गया।
अतिरिक्त जिला कलेक्टर ज्योति ककवानी द्वारा प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत जिला स्तरीय सम्मान समारोह में प्रथम स्थान के लिए शहरी आयुष्मान आरोग्य मंदिर पहाड़ गंज, द्वितीय स्थान के लिए शहरी आयुष्मान आरोग्य मंदिर कृष्णापुरी किशनगंज तथा तृतीय स्थान के लिए आयुष्मान आरोग्य मंदिर हटुण्डी अजमेर को प्रशस्ति पत्र एवं मोमेन्टों प्रदान कर सम्मानित किया गया। समस्त चिकित्सा अधिकारी प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि हाई रिस्क डिलेवरी महिलाओं को प्रसव के लिए मॉ वाउचर जारी कर परिवहन सुविधा प्रदान करवाते हुए ज्यादा से ज्यादा गर्भवती महिलाओं को लाभान्वित करे। इस कार्यक्रम में ज्यादा से ज्यादा काम करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। केपीआई के तहत चिकित्सा अधिकारी प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि निर्धारित समस्त मापदण्डानुसार प्रतिमाह मूल्यांकन किया जाए एवं जिले की प्रगति में सुधार करें। इस अवसर पर उपस्थित सभी अधिकारियों को टीबी मुक्त भारत की शपथ दिलवाई गई।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.ज्योत्स्ना रंगा द्वारा जिले के समस्त बीसीएमओ तथा चिकित्सा अधिकारी प्रभारियों को निर्देशित किया गया कि वे एनक्यूआस में उप स्वास्थ्य केन्द्र से लेकर पीएचसी एवं सीएचसी की सुविधाओं में गुणात्मक सुधार करें। ज्यादा से ज्यादा संस्थानों को राज्य स्तर से मान्यता के लिए तैयार करवाए। शहरी आयुष्मान आरोग्य मंदिर अपने चिकित्सा संस्थान पर उपयोग अनुसार वार्षिक दवा की मांग राज्य स्तर से प्रदत्त लिंक पर चढ़ाया जाना सुनिश्चित करवाएं। उन्होंने कहा कि सभी चिकित्सा संस्थान गर्भवती महिला की सोनोग्राफी जांच के लिए मॉ वाउचर समय पर जारी किया जाना, समय पर एएनसी एवं इससे संबंधित समस्त सुविधाएं, परिवार कल्याण की सुविधा, एनसीडी कार्यक्रम के तहत 30 प्लस की जाँच इत्यादि किए जाने पर जोर दिया जाए। साथ ही मौसमी बीमारियों को देखते हुए समस्त उपकरणों की क्रियाशीलता, आरक्षित बेड, कूलर, एसी की क्रियाशीलता को सुनिश्चित किए जाने के निर्देश प्रदान किए गए।
अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी परिवार कल्याण डॉ. रामलाल चौधरी द्वारा एनक्यूआस के विभिन्न चरणों से जिले के सभी चिकित्सा अधिकारी प्रभारियों को अवगत कराया गया। उन्होंने निर्देशित किया कि प्रत्येक ब्लॉक में स्थापित ब्लॉक क्वालिटी एश्योरेंश टीम को चिकित्सा संस्थानों में भेजकर राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर तक मानकीकरण करवाने का कार्य अतिशीघ्र किया जाना सुनिश्चित कराए। परिवार कल्याण के क्षेत्र हाई डिलेवरी वाले चिकित्सा संस्थान ज्यादा से ज्यादा प्रसूताओं की सहमति प्राप्त कर पीपीआईयूसीडी लगाना सुनिश्चित करें। इससे अनचाहे गर्भधारण से महिला को बचाया जा सके।
जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शिंदे स्वाति द्वारा आरसीएच गतिविधियों की समीक्षा की गयी। इसमें पूर्ण टीकाकरण, संस्थागत प्रसव, वैक्सीनेशन एमआर-1 से एमआर-2 के गैप एवं शहरी क्षेत्रों में प्रगति, जेएसवाई के भुगतान, एचबीएनसी, पीएमएसएमए, यूविन एवं एसएलवाई तृतीय किश्त के भुगतान समय पर किए जाने के निर्देश प्रदान किए गए।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. लोकेश गुप्ता ने राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम के तहत क्षय रोग निवारण एवं निदान पर बल दिया गया। सीवी नॉट एवं ट्रूनॉट पर स्पूटम जाँच किए जाने के लिए पाबन्द किया गया। इससे जिले में उपलब्ध मशीनों पर ज्यादा से ज्यादा सैम्पल की जाँच करवाई जा सके। जिले में समस्त आम नागरिकों से शपथ के लिए लिंक प्रदान किया। इस लिंक के माध्यम से आम नागरिक स्वंय एवं अपने आस-पड़ोस के परिवेश को टीबी मुक्त रखने के लिये जागरूक कर सकते हैं।
उप मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रामस्वरूप किराड़िया द्वारा एनसीडी कार्यक्रम के तहत कैंसर की स्क्रीनिंग के लिए विशेष कार्यक्रम 20 फरवरी से मार्च 2025 तक आयोजित किए जाने के राज्य सरकार के निर्देशानुसार किए गए कार्यों की प्रगति विवरण प्रस्तुत किया गया। सिलकोसिस के तहत रेडियोलॉजिकल जाँच समय पर किए जाने के निर्देश प्रदान किए।
प्रभारी जिला औषधि भण्डार डॉ. मोहित देवल द्वारा जिले के प्रत्येक चिकित्सा संस्थान के लिए क्यूआर कोड प्रदान किया गया। इसके लाभ से चिकित्सा अधिकारी प्रभारी तथा बीसीएमओ को अवगत कराया गया। मौसमी बीमारियों के मद्देनजर दवाओं के पर्याप्त भण्डारण की सुनिश्चितता पर जोर दिया गया। इससे आवश्यकतानुसार आमजन को समस्त दवाएं उपलब्ध हो सके।
बैठक में जिले के समस्त पीएमओ, बीसीएमओ, बीपीएम तथा चिकित्सा अधिकारी प्रभारी, विभिन्न विभागों के प्रतिनिधियों, विभिन्न कार्यक्रमों के अधिकारी एवं समन्वयकों ने भाग लिया।
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