अजमेर (अजमेर मुस्कान)। आवाज ए मौसीकी संगीत समूह के तत्वाधान में गानों का सफलतापूर्वक कार्यक्रम एडमिन प्रणय नंदी के सानिध्य में आयोजित किया गया ।
प्रकाश जेठरा ने बताया कि कलाकारों की बेहतरीन गानों की प्रस्तुतियों ने समां बांध लिया और झूमने व नाचने लगे। इस अवसर पर आलोक वर्मा ने सागर किनारे .....विकास शर्मा ने तुम अगर साथ देने का वादा करो.....भारती नंदी ने तेरी आँखों के शिवाय ...वंदना यादव ने साथिया ये तूने क्या किया... राजेश यादव ने मै शायर तो नहीं.... ओम प्रकाश चाष्टा ने मै पल दो पल का शायर हूँ..... डॉ तेजप्रकाश शर्मा ने है अपना दिल तो आवारा.... अशोक दरियानी ने आँखों मे क़यामत के काजल..... प्रणय नंदी ने कलियों ने घूँघट खोला..... ललित मिश्रा ने जोगी जी धीरे धीरे...दयाल प्रियानी ने दिल तो पागल है धर्मेन्द्र केवलानी ने ये जीवन है इस जीवन ....विजय सिंह चौहान ने सोचेंगे कभी प्यार....मदुरा जी आओ हुजूर तुमको ... प्रकाश जेठरा ने ये रेशमी जुल्फें.... अनिरुद्ध रूपावत ने दीदार हो गया...अनूप गौड़ ने माहरो सांवरो रंगीलो....राकेश गौड़ ने वो कहते है हमसे....मयंक शर्मा जीना यहाँ मरना यहाँ.... काकड़ा जी ने राधिके तूने बांसुरी बजाई....रश्मि पॉल ने ये दिल और उनकी.....लक्ष्मी ने जो वादा किया वो....मोनिका शर्मा ने आये हो मेरी ज़िन्दगी मे....राजकुमार ने गीत गाता चल...आदि कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर मंत्र मुग्ध कर दिया
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