छाए हंसी के रंग, बिखरीं खुशी की फुहारें
शुभंकर "अजूबा" ने गुदगुदाया तो किन्नर शो में गूंजे ठहाके
सदस्यों ने खेली फूलों से होली
अजमेर (अजमेर मुस्कान)। होली के मस्ती भरे हुड़दंग, हंसी के रंगों, खुशी की फुहारों, खिलखिलाते चेहरों, और हर मुख पर छाई लाल गुलाल जैसी लाली के संग बुधवार को संपन्न हुआ अजयमेरु प्रेस क्लब का होली-महोत्सव। गीत, संगीत, आमोद-प्रमोद, हास्य-व्यंग्य, नृत्य-गायन और नाट्य मंचन की विभिन्न प्रस्तुतियों और स्वादिष्ट भोजन के साथ तीन घण्टे तक ठहाकों और तालियों से प्रेस क्लब प्रांगण यूँ गूंजता रहा मानो कुदरत ने खुशी के सभी रंग वहीं बरसा दिए हों।
इस बार होली-महोत्सव के शुभंकर की थीम थी "अजूबा", जिसे अजमेर में हाल ही में " सेवन वंडर्स सात अजूबों के मिनिएचर्स को ढहाने से बर्बाद हुए पर्यटन स्थल के प्रतीक के रूप में रखा गया। "अजूबा" शुभंकर बन कर आए क्लब की कार्यकारिणी के सदस्य विजय कुमार शर्मा ने सभी को आकर्षित किया और उनके मंच तक पहुंचने तक सभी दर्शक झूमते रहे। कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियां शुरू हुईं माँ-पुत्र की जोड़ी ऋचा गोयल व धैर्य के युगल नृत्य से। मासूम धैर्य की अदाओं ने सभी का मन मोह लिया। उसके बाद क्लब सचिव अमित टण्डन के संग शरद कुमार शर्मा, सैयद मोहम्मद सलीम, सुदेश चंद्र शर्मा, रामगोपाल सोनी ने गीत "साथी हाथ बढ़ाना" गा कर माहौल सुरों से भर दिया। क्लब सदस्य एवं अजमेर के प्रसिद्ध लोकनर्तक अशोक शर्मा ने अपनी सहयोगी करुणा के साथ राजस्थानी लोक नृत्य की ऐसी रंगीन प्रस्तुति दी कि होली के सतरंगे गुलाल से फिजाओं में उड़ते महसूस हुए। कुछ ऐसे ही रंग तब मंच पर बिखरते दिखे, जब क्लब के महिला ग्रुप "हमसफ़र" की महिलाओं आभा शुक्ला, श्वेता शबनम, कृष्णा शर्मा, अनिता सोनी , सविता चौहान, सुधा शुक्ला और ऋतु गर्ग ने रंगीन पारंपरिक लिबासों में समूह नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी। कार्यक्रम को हास्य के रंगों से भरा प्रदीप गुप्ता द्वारा लिखित व निर्देशित नाटक बैकुंठ यात्रा डॉट कॉम ने, जिसमें अदाकारी स्वयं प्रदीप गुप्ता सहित अरविंद मोहन शर्मा, कृष्णगोपाल पाराशर, महादेव कर्मवानी व रामगोपाल सोनी ने की। तालियों के बीच थिरकती वैशाली मित्तल की नृत्य प्रस्तुति के बाद फिर एक बार हंसी की फुहारें उड़ाईं संगीतमयी हास्य नाटिका "पति-पत्नी और प्यार" ने। इसमें प्रताप सिंह सनकत व उनकी पत्नी श्रीमती निर्मला सनकत, सैय्यद मोहम्मद सलीम व श्वेता शबनम, गुरजेंद्र सिंह विर्दी व जसवीर कौर विर्दी तथा फरहाद सागर व मरियम नवाज़ ने हास्यप्रद नौटंकी के माध्यम से सभी को गुदगुदाया। इसके पश्चात अमित टण्डन लिखित नृत्य नाटिका पर अशोक शर्मा की शिष्याओं आरती, पिंकी, वंचिका ने नृत्य की मुद्राओं के माध्यम से होली की परंपराओं, पौराणिक मान्यताओं तथा सांस्कृतिक व प्रादेशिक महत्ताओं का सजीव चित्रण कर वाहवाही बटोरी तो बाल गायक कलाकार नवनीत पंजाबी ने सेमी क्लासिकल गीत " मोहे रंग दे लाल " प्रस्तुत कर दाद पाई।
इसके बाद आया हर वर्ष की भांति एक सरप्राइज़ धमाका। इस बार की बम्पर प्रस्तुति के रूप में क्लब सदस्य लाये "किन्नर शो", जिसमें किन्नर किंग बने क्लब अध्यक्ष राजेंद्र गुंजल और किन्नर क्वीन का रोल निभाया गुरजेंद्र सिंह विर्दी ने। इनके बाद एक-एक करके जब प्रताप सिंह सनकत, फरहाद सागर, सत्यनारायण जाला, अनिल गुप्ता, महादेव कर्मवानी, सैय्यद मोहम्मद सलीम, सुदेश चंद्र शर्मा, शरद कुमार शर्मा, अरविंद मोहन शर्मा, कृष्ण गोपाल पाराशर और विजय कुमार शर्मा अलग अलग इलाकों की किन्नर बाई के अवतार में अपनी अदाएं बिखरते, लचकते-बलखाते मंच पर आते गए तो पूरा प्रांगण ठहाकों से गूंजता रहा। ठहाकों का शोर तालियों की थाप के साथ तब तक फिजाओं में बहता रहा जब तक किन्नर शो समाप्त नहीं हो गया और सभी अदाकार मंच से उतर नहीं गए।
अंत में लोक नृत्यांगनाओं आरती, पिंकी, रानी, ज्योति, पायल, और वंचिका ने अशोक शर्मा निर्देशित सामूहिक नृत्य से ऐसा समा बांधा कि हवाएं भी संग में गुनगुनाने लगीं।
तत्पश्चात सभी मेहमान कलाकारों को मुख्य अतिथि अजमेर डेयरी के अध्यक्ष रामचन्द्र चौधरी के हाथों स्मृति चिह्न देकर अभिनंदन किया गया, तो कार्यक्रम में सहयोग के लिए यू ट्यूबर एवं पत्रकार रजनीश रोहिल्ला, सजल शर्मा, विजय हंसराजानी को भी स्मृति चिह्न प्रदान किये गए। दीपक शर्मा और शौकत अहमद को भी स्मृति चिन्ह देने की घोषणा हुई । पर दोनों की अनुपस्थिति के कारण नहीं दिए जा सके । अंत में निकाले गए लकी ड्रॉ में प्रथम तीन ईनामों के साथ एक बम्पर ईनाम भी बांटा गया। ईनाम के स्पॉन्सर थे अनिल गुप्ता जबकि स्मृति चिह्न के स्पॉन्सर प्रदीप गुप्ता थे। बीच-बीच में कार्यक्रम संयोजक आलम नवाज़ (फरहाद सागर), प्रताप सनकत, अमित टण्डन व उपाध्यक्ष संतोष गुप्ता ने उपस्थित क्लब सदस्यों व उनके परिजन से मज़ाकिया सवाल-जवाब भी किये। निर्णायक के रूप में मौजूद वेद माथुर के बताए अनुसार सबसे उत्तम जवाब देने वालों को हाथों-हाथ ईनाम भी दिए गए।
अंत में क्लब के पूर्व अध्यक्ष डॉ रमेश अग्रवाल ने सभी का आभार व्यक्त किया। इसके पहले क्लब अध्यक्ष राजेंद्र गुंजल ने कार्यक्रम की रूपरेखा और क्लब द्वारा किये जाने वाले "होली-महोत्सव" की विशेषताओं पर अपने विचार रखे। कार्यक्रम का चुटीला संचालन अमित टण्डन व प्रताप सिंह सनकत ने किया। कार्यक्रम के समापन के बाद क्लब के सदस्यों ने फूलों से होली खेली।
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