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सनातन संस्कृति और धर्म की रक्षा के लिए जीवनभर करूंगा काम : देवनानी


ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम में आयोजित धर्म संसद में बोले विधानसभा अध्यक्ष

तेलंगाना हाउस का आवंटन निरस्त, फायसागर होगा वरूण सागर, होटल खादिम का नाम किया अजयमेरू

अजमेर (अजमेर मुस्कान)। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि सनातन संस्कृति और धर्म की रक्षा के लिए मैं जीवनभर काम करूंगा। सनातन एक जीवन शैली है और इसमें सभी के लिए स्नेह और सद्भाव है। अजमेर में आमजन के विरोध के चलते तेलंगाना हाउस का आवंटन निरस्त किया गया है। वहीं फायसागर झील का नाम अब वरूण सागर किया जाएगा। आरटीडीसी की होटल खादिम का नाम भी बदल कर होटल अजयमेरू कर दिया गया है।

विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने रविवार को अजयनगर स्थित ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम में चल रही धर्म संसद में प्रख्यात संत हंसाराम, सुरूपदास एवं अन्य संतों का आशीर्वाद लिया। कार्यक्रम में बोलते हुए विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि मैं अपने पूरे जीवनभर सनातन और धर्म की उन्नति की रक्षा के लिए काम करूंगा। सनातन एक जीवन शैली है जो सभी को समान रूप से स्नेह और आदर सम्मान देती है। उन्होंने कहा कि अजमेर सदियों से साम्प्रदायिक सौहार्द और भाईचारे की नगरी रही है। यहां सभी लोग आपस में मिलजुल कर रहते है। लेकिन पिछले कुछ समय से अजमेर में अवैध रूप से आकर बसने वाले बांग्लादेशी व रोहिंग्या घुसपैठियों की जानकारी सामने आ रही है। इसके कारण सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था को खतरा हो रहा है। ऎसे में  अवैध रूप से घुसपैठ कर रहने वालों को चिन्हित कर उन्हें बाहर भेजा जाएगा। इसके लिए प्रशासन और पुलिस को निर्देशित किया गया है कि पूरी गंभीरता और संवेदनशीलता के साथ काम किया जाए। अवैधरूप से रहने वालों को चिन्हित कर बाहर भेजा जाए।

उन्होंने कहा कि सनातन संस्कृति की रक्षा और उन्नति के लिए भी काम करना हम सबका दायित्व है। अजमेर में इसके लिए लगातार काम और प्रयास किया जा रहा है। हम सब मिलकर संस्कृति की उन्नति के लिए काम करें। अजमेर में आम नागरिकों में तेंलगाना हाउस के निर्माण को लेकर काफी विरोध था। आमजन नहीं चाहते थे कि आबादी के बीच में तेलंगाना हाउस बने। ऎसे में  सरकार बनने के साथ ही तेलंगाना हाउस का आवंटन निरस्त कर जनभावनाओं का सम्मान किया गया। इसी तरह फायसागर का नाम भी भारतीय पुरातन संस्कृति से जोड़कर वरूण सागर किया जाएगा। इसी प्रकार अजमेर के होटल खादिम का नाम भी बदलकर होटल अजयमेरू किया गया है।

उन्होंने कहा कि जगतपिता ब्रह्मा की नगरी तीर्थराज पुष्कर में  कॉरिडोर का निर्माण एवं शिक्षा प्रणाली में संतों को उचित स्थान देने के लिए मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री एवं सम्बन्धित अधिकारियों से चर्चा की जाएगी। इसी प्रकार सनातन के संवर्धन के लिए लगातार  प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने संतों से आशीर्वाद लेकर कहा कि वे जीवन भर सेवा और संस्कृति की रक्षा के लिए काम करेंगे।

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