अजमेर (अजमेर मुस्कान)। सुर संगम संगीत समूह के तत्वाधान में महान गायक मोहम्मद रफ़ी साहब एवं प्रसिद्ध अभिनेता राजकपूर की 100 वीं जयंती पर उनके गीत गाकर उनको श्रद्धांजलि दी गई।
प्रकाश जेठरा ने बताया की गीत संगीत के कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन दयाल प्रियानी के सानिध्य में हुआ । उन्होंने बताया कलाकारों की बेहतरीन गानों की प्रस्तुतियों ने समा बांध लिया। इस अवसर पर प्रकाश झमटानी ने भरी दुनिया मे कोई तो... दयाल प्रियानी ने ये चाँद सा रोशन चेहरा... गुलाब खत्री ने गुलाबी आँखे जो तेरी देखी..अरविन्द मिश्रा ने चराग दिल का जलाओ बहुत अंधेरा है... ओ पी चास्टा ने हमने तुझको प्यार किया है इतना...लक्ष्मण हरजानी ने मैंने रखा है महोब्बत...प्रणय नंदी ने यूँ रूठो ना हसीना... भारती नंदी ने मिलती है ज़िन्दगी मे महोब्बत कभी कभी.... तनुश्री ने शोख नज़र की बिजलियाँ... किरण वर्मा नें मै तेरे इश्क मे...पूनम गीतांजलि ने ओ मेरे सनम मेरे सनम... जितेश लालवानी ने तुमको देखा तो यह ख्याल आया...कमल शर्मा नें डम डम डिगा डिगा मौसम भीगा भीगा... लक्ष्मण चेनानी नें रात के हमसफर... मंजू चेनानी नें वादा कर ले साजना...विजय सोनी ने दुनिया बनाने वाले..., प्रकाश जेठरा ने जाने कहाँ गए वो दिन..., विजय सिंह चौहान ने मै आशिक हूँ बहारों का..., मीना खियालानी ने आज फिर जीने की तम्मना है..., विजय हलदानियाँ नें मेरे टूटे हुए दिल से कोई आज ये पूछे..., महादेव कर्मवानी ने ए भाई जरा देख के चलो..., सिन्हा सर नें तुमसे अच्छा कौन है.... कलाकारों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति देकर मंत्र मुग्ध कर दिया ।
0 टिप्पणियाँ