अजमेर (अजमेर मुस्कान)। गुरुवाणी के महान कीर्तनकार दादा लछमण चेलाराम अजमेर की चार दिवसीय यात्रा के अंतिम दिन पुष्कर तीर्थ यात्रा के बाद सांयः 5 बजे कार्यक्रम के आयोजक दादा नरेन शाहनी के निवास पर कीर्तन किया। दादा लछमण ने कहा कि सुख पाना है तो सिमरन करो।सिमरन करने से दुख दर्द दूर होते हैं, घर के किलश मिटते है। पल पल प्रभु को याद करने से प्रभु की परिवार पर हमेशा कृपा बनी रहती है। स्वामी बसन्तराम दरबार प्रेम प्रकाश आश्रम वैशाली नगर के संत रामप्रकाश ने भी अपने आशीष वचन से संगत को निहाल किया। अंत में दादा लछमण ने अजमेर की संगत का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यहां की संगत का प्यार देखकर उन्हें अत्यंत खुशी हुई । उन्होंने बहुत ही जल्द एक बार फिर अजमेर आने का वायदा किया। कार्यक्रम में अमृतपाल सिंह भी उपस्थित रहे।
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