अजमेर (अजमेर मुस्कान)। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव महेन्द्र कुमार ढ़ाबी द्वारा अवेयरनेस मॉड्यूल फोर सीनियर सिटीजन के तहत अपना घर वृद्धाश्रम पुष्कर एवं जय अम्बे सेवा समिति वृद्धाश्रम का निरीक्षण किया गया। दौरान निरीक्षण संस्था में स्टाफ की स्थिति, वृद्धजन को दी जाने वाली सहायत, चिकित्सकीय सुविधा, फर्स्ड एड बॉक्स की व्यवस्था, कुशल परामर्शदाता, स्नानागार, पर्याप्त ओढ़ने- बिछाने की व्यवस्था, वृद्धजन के दैनिक उपयोग की वस्तुओं की उपलब्धता भोजन की व्यवस्था आदि के संबंध में पूछताछ कर जांच की गई। साथ ही अवेयरनेस मॉड्यूल फॉर सीनियर सिटीजन अभियान के तहत वरिष्ठ नागरिकों के लिए केंद्र व राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के तहत दिए जाने वाले अनुदान ऑथक सहायता एवं पेंशन आदि के संबंध में जानकारी दी एवं रालसा व नालसा योजनाओं के तहत वरिष्ठ नागरिकों को मिलने वाली सुविधाओं के संबंध में जानकारी दी। वर्तमान में अपना घर वृद्धाश्रम में निरीक्षण के दौरान कुल 36 वृद्धजन एवं जय अम्बे सेवा समिति वृद्धाश्रम में कुल 25 वृद्धजन आवासरत है।
साथ ही राजकीय बालिका गृह का निरीक्षण किया गया। गृह में मासिक रूप से चिकित्सक विजिट होती है। बालिका गृह मंे गर्मियों मे डेेजर्ट कूलर एवं सर्दियों में कम्बल एवं रजाई उपलब्ध करवाई जाती है। आपात विद्युत आपूर्ति के लिए इवंर्टर की व्यवस्था है। बालिकाओं की काउसलिंग के लिए काउसंलर की व्यवस्था की गई है। वर्तमान में कुल बालिका गृह में 20 बालिकाएं आवासरत है।
महेन्द्र कुमार ढ़ाबी द्वारा निरीक्षण किया गया। मूलभूत सुविधाओं से लेकर गृहों के संचालन का जायजा लिया गया। सचिव द्वारा नारी निकेतन का संचालन, संस्थान के आधारभूत ढांचे एवं कार्यशैली के संबंध में जानकारी प्राप्त की। निरीक्षण के दौरान सचिव द्वारा अध्यनन सामग्री, मनोरंजन एवं खेल-कूद की व्यवस्था, शौचालय, स्नानाघर का जायजा लिया गया। सचिव द्वारा रसोईघर, खाने-पीने की व्यवस्था का जायजा लिया गया। नारी निकेतन में आवासनियों के साथ रह रहे बच्चों की शिक्षा की व्यवस्था के लिए राजकीय विद्यालयों में प्रवेश दिलाया जाता है। प्रति माह राजकीय चिकित्सालय से मनोरोग चिकित्सक द्वारा विजिट की जाती है। निकेतन में गर्भवती आवासनी के स्वास्थ्य व उसकी गर्भावस्था को ध्यान में रखकर उसकी चिकित्सा अथवा जांच सुनिश्चित की जाती है। नारी निकेतन में सुरक्षा की दृष्टि से पुरुष एवं महिला गार्ड की व्यवस्था है। वर्तमान में 39 महिलाएं एवं 04 बच्चें आवासरत है।
उन्होंने प्राइवेट बस स्टैंड कोटड़ा परिसर, जनाना अस्पताल में बेसहारा व्यक्तियों के लिए संचालित रैन बसेरों का औचक निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया गया। मौसमानुकूल समस्त आवश्यक व्यवस्थाएं, पर्याप्त मात्रा में गद्दे, चादर, तकिया, कम्बल, रजाई, पीने योग्य पानी, सफाई एवं स्वच्छता, पुरूषों एवं महिलाओं के लिए पृथक-पृथक व समुचित स्नान एवं शौच व्यवस्था, स्नान के लिए मौसमानुकूल पानी की व्यवस्था, नियमित विद्यृत व्यवस्था, पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था, प्राथमिक चिकित्सा किट, समुचित अग्निरक्षण प्रणाली, 2 वर्ष से छोटे बच्चों के लिए विशेष भोजन की उपलब्धता, विशेष योग्यजनों, विमंदितों, बच्चों व वरिष्ठ नागरिेकों को आवश्यकतानुसार विशेष सुविधाओं की उपलब्धता, बीमार व्यक्तियों को समुचित चिकित्सा के सबंध में विस्तृत रूप से जायजा लिया। आश्रय स्थलों के संचालन में सामने आई खामियों पर उत्तरदायी अधिकारियों को आवश्यक निर्देश प्रदान कर खामियों को दूर करने पर विशेष जोर दिया।
उन्होंने अपना घर विमंदित गृह निरीक्षण किया गया। मानसिक विभंदित गृह (अपना घर आश्रम) का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान संस्था में स्टाफ की स्थिति, चिकित्सकीय सुविधा, कुशल परामर्शदाता, स्नानाघर, पर्याप्त ओढ़ने-बिछाने की व्यवस्था, दैनिक उपयोग की वस्तुओं की उपलब्धता, भोजन की व्यवस्था आदि के संबंध मंे जायजा लिया गया। विमंदित गृह में चिकित्सक, पैरामेडिकल स्टाफ एवं नर्स की व्यवस्था है। सचिव द्वारा मूलभूत सुविधाओं से लेकर गृहों के संचालन का जायजा लिया गया। गृह में कुल 127 मानसिंक विमंदित व्यक्ति आवासित है।
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