अजमेर (अजमेर मुस्कान)। उर्स मेले के दौरान चढ़ाई जाने वाली चादरें देहली गेट तक ढोल-ताशे के साथ लाई जा सकेगी। अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट गजेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि उर्स मेले में आने वाले जायरीन द्वारा दरगाह अजमेर पर चढ़ाई जाने वाली चादरें जुलूस के साथ ढोल-ताशे से शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए दरगाह शरीफ के मुख्य द्वार तक ले जाई जाती है। इसके कारण उर्स मेले में आने वाले जायरीन को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता है। साथ ही रास्ता भी जाम हो जाता है। जायरीन द्वारा चढाई जाने वाली चादरें देहलीगेट के पश्चात दरगाह तक जुलूस व ढोल-ताशे के साथ नहीं लाई जाएगी।
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