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ध्वजारोहण के साथ पुष्कर मेले का हुआ शुभारम्भ

ध्वजारोहण के साथ पुष्कर मेले का हुआ शुभारम्भ

अजमेर (अजमेर मुस्कान)।
श्री पुष्कर मेला-2024 का शनिवार को झण्डा चढ़ाने के साथ ही विधिवत शुभारम्भ हो गया। जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत, नगर परिषद सभापति कमल पाठक, जिला कलेक्टर लोक बन्धु एवं पुलिस अधीक्षक वंदिता राणा के द्वारा शनिवार को मेला मैदान में ध्वजारोहण करके पुष्कर मेला 2024 का विधिवत शुभारम्भ किया गया।

उपखण्ड अधिकारी एवं मेला मजिस्ट्रेट गौरव कुमार मित्तल ने बताया कि मेले के शुभारम्भ समारोह में परम्परागत विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करके ध्वजारोहण किया गया। पूजा पण्डित कैलाशनाथ दाधीच के आचार्यत्व में कुलदीप दाधीच एवं प्रभुलाल दाधीच ने सम्पन्न करवायी। ध्वजारोहण के पश्चात अन्तर्राष्ट्रीय नगाड़ा वादक नाथूलाल सोलंकी के दल ने राजस्थानी लोक धुनों के साथ सुरीला नगाड़ा वादन किया। जल संसाधन मंत्री रावत ने भी नगाड़ा वादन किया। समारोह में परम्परागत राजस्थानी वेशभूषा से सजी 264 से अधिक बालिकाओं ने लोकगीत समुच्च पर सामूहिक नृत्य प्रस्तुत कर मंत्रमुग्ध कर दिया।

उन्होंने बताया कि शुभारम्भ समारोह में राज्य पशु ऊंट के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए संचालित योजना की जानकारी देती उष्ट्र रैली का आयोजन किया गया। इसे जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। उन्होंने ऊंट की सवारी भी की। यह ऊंट रैली मेला मैदान से आरम्भ होकर नए मेला मैदान तक गई। इसके साथ-साथ राजेश भाट के दल ने कच्छी घोडी लोक नृत्य भी प्रस्तुत किया गया। सेंड आर्टिस्ट श्री अजय रावत द्वारा पुष्कर मेले की पहचान ऊंटों की कलाकृति भी बनाई गई।

उन्होंने बताया कि मेला मैदान में सांस्कृतिक एवं खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया। मांडणा प्रतियोगिता में पंचायत समिति, राजीविका, महिला एवं बाल विकास विभाग तथा विदेशी मेहमानों के दलों ने भाग लिया। इसमें श्रीनगर की टीम प्रथम, पीसांगन आईसीडीएस की द्वितीय तथा किशनगढ़ ग्रामीण की तृतीय स्थान पर रही। फ्रांस की एमी एवं ब्लोंची को मांडणा बनाने पर स्मृति चिह्न दिए गए। इसी प्रकार देशी एवं विदेशी टीमों के मध्य चक दे फुटबॉल मैच का आयोजन हुआ। इसमें प्रत्येक टीम में 16-16 खिलाड़ी थे। स्थानीय टीम 4-3 से विजयी रही।

उन्होंने बताया कि पुष्कर सरोवर पर 51 हजार दीपों के साथ दीपदान किया गया। समस्त घाटों की आकर्षक रंगोली के साथ सजावट की गई। साथ ही सरोवर पर आरती एवं पुष्कर अभिषेक का कार्यक्रम भी आयोजित हुआ। रविवार 10 नवम्बर को मेला मैदान में स्थानीय एवं विदेशी मेहमानों के मध्य लंगड़ी टांग, सतोलिया और गिल्ली डण्डा प्रतियोगिता होगी। यहीं ऊंट श्रृंगार प्रतियोगिता एवं उष्ट्र नृत्य का आनन्द लिया जा सकता है। रात्रि 7 बजे मेला मैदान में अनिरूद्ध वर्मा अपनी प्रस्तुतियां देंगे। सोमवार, 11 नवम्बर को प्रातः 10 बजे मेला मैदान में स्थानीय एवं विदेशी दलों के मध्य कब्बड़ी का खेल होगा। इसके पश्चात अश्व नृत्य प्रतियोगिता आयोजित होगी। दोपहर एक बजे अन्तर पंचायत समिति ग्रामीण खेल प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी। रात्रि 7 बजे अनवर खान द्वारा प्रस्तुतियां दी जाएगी।

मेले के दौरान व्यवस्थाओं को सुचारू तरीके से संचालित करने के लिए मेला मैदान के पास ही प्रशासन एवं पुलिस के कैम्प स्थापित किए गए है । मेला अवधि में तीर्थ यात्रियों एवं पर्यटकों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त संख्या में पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। धार्मिक अनुष्ठान पूर्ण करने के लिए प्रशासन द्वारा मेला क्षेत्र एवं सरोवर पर विशेष व्यवस्थाएं की गई है ।

इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर गजेन्द्र सिंह राठौड़ व ज्योति ककवानी, पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. सुनील घीया सहित अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

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