अजमेर (अजमेर मुस्कान)। उत्तर पश्चिम रेलवे के अजमेर मण्डल में लगभग 12000 पेन्शनर है जिनके डिजिटल लाईफ सर्टिफिकेट 01 नवम्बर से 30 नवम्बर तक बनाये जाने है। इसके लिए मंडल पर एक अभियान चलाया जा रहा है जिसके अंतर्गत अजमेर मण्डल द्वारा विभिन्न बैंकों एसबीआई पीएनबी, बीओबी, यूबीआई की शाखाओं में जहाँ पेन्शनर अधिक है अलग-अलग कैम्प लगायें जा रहे है, पेन्शनर को बुलाकर डिजिटल लाईफ सर्टिफिकेट अपने माबाईल पर कैसे बनाया जाता है, इस के बारे में सिखाया जा रहा है एवं डिजिटल जीवन प्रमाण पत्र बनाये जा रहें है। यह प्रक्रिया निरन्तर 30 नवम्बर 2024 तक जारी रहेगी। इसके अलावा मण्डल वित्त प्रबन्धक कार्यालय अजमेर में पेन्शन अनुभाग में कार्यरत कर्मचारी श्री नितिन कुमार जिरोतिया, लेखा सहायक, को नामित किया गया है जिनसे डिजिटल लाईफ सर्टिफिकेट बनाने हेतु सम्पर्क नम्बर 09251004922 पर सम्पर्क किया जा सकता है। रेलवे पेन्शनर डिजिटल लाईफ सर्टिफिकेट के बारे में जानकारी का लाभ ले सकते है। साथ ही 90 वर्ष के उपर की आयु वाले पेन्शनरों के घर जाकर भी डिजिटल लाईफ सर्टिफिकेट बनाने की जानकारी देने की व्यवस्था की गई है।
डिजिटल लाईफ सर्टिफिकेट बनाने हेतु कुछ स्टेप इस प्रकार है:-
- सबसे पहले अपने मोबाईल पर प्ले स्टोर से जीवन प्रमाण Jeevan Praman ऐप डाउनलोड करना है
- इसके प्ले स्टोर सेे Adhar face ID ऐप इन्सटाल करना है।
- इसके बाद जीवन प्रमाण ऐप को खोलें।
- पेन्शनर का आधार नम्बर डाले
- मोबाईल नम्बर डालें जिसमें एक ओटीपी आएगा
- अपना ई-मेल आई. डी भरे
इन सब डिटेल भरने के बाद जो मोबाईल नम्बर सबमिट किए है उस पर एक ओटीपी आएगा जिसको भरने के बाद स्टेप बाई स्टेप आगे की प्रोसेस करना है। जिसमें (पीपीओ, अकाउन्ट नम्बर, बैंक का नाम आदि की डिटेल भरनी होती है। उसके बाद आपके मोबाईल पर फेस डिटेक्ट होने का एक गोला आएगा जिसमें आपको अपने मोबाईल के सामने अपनी आँखों की पलको एक या दो बार झपकाना है। आपके मोबाईल पर फेस डिटेक्ट होने पर आपके मोबाईल पर एक प्रमाण आई. डी की सफलता पूर्ण होने का मैसेज बतलाएगा।
डिजिटल लाईफ सर्टिफिकेट के लाभ:-
(1) डिजिटल लाईफ सर्टिफिकेट हर वर्ष नवम्बर माह में घर बैठे स्वयं बना सकेगें।
(2) आपको बैंक जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
अजमेर मण्डल के वित्त प्रबन्धक कार्यालय द्वारा 20 और 25 नवंबर को रेलवे अस्पताल, अजमेर में डिजिटल लाईफ सर्टिफिकेट बनाने की जानकारी हेतु व्यवस्था रखी है ताकि अधिक से अधिक रेलवे पेन्शनर इसका लाभ ले सकें।
0 टिप्पणियाँ