अजमेर (अजमेर मुस्कान)। राज्य सरकार द्वारा पारदर्शी एवं संवेदनशील सुशासन हेतु आमजन की परिवेदनाओं के त्वरित गति से समाधान हेतु मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की मंशानुरूप त्रिस्तरीय जनसुनवाई कार्यक्रम के तहत प्रत्येक माह के पहले तीन गुरुवार को आयोजित की जाने वाली जनसुनवाई के अतिरिक्त प्रत्येक माह के द्वितीय गुरुवार को ब्लॉक स्तर पर अटल जन सेवा शिविर आयोजित करने का फैसला लिया गया है।
जिला कलक्टर लोक बन्धु ने बताया कि प्रत्येक माह के द्वितीय गुरुवार को ब्लॉक स्तर पर आयोजित की जाने वाली जनसुनवाई को समायोजित करते हुए सुबह 10 बजे से शाम 4.30 बजे तक अथवा जनसुनवाई पूरी होने तक अटल जन सेवा शिविर का आयोजन किया जाएगा। अटल जन सेवा शिविर के समस्त विभागों के ब्लॉक स्तरीय अधिकारियों द्वारा भाग लिया जाकर आमजन की समस्याओं, परिवेदनाओं का निस्तारण किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि जिले में अटल जन सेवा शिविर के सुचारू एवं प्रभावी तरीके से आयोजन हेतु अतिरिक्त कलक्टर (प्रशासन) को जिला स्तरीय नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। ब्लॉक स्तर पर आयोजित होने वाली जन सुनवाई एवं अटल जन सेवा शिविर के लिए संबंधित उपखण्ड अधिकारी नोडल अधिकारी होंगे। साथ ही प्रत्येक ब्लॉक के समस्त जनप्रतिनिधिगणों की भागीदारी भी अटल जन सेवा शिविरों में सुनिश्चित की जाएगी।
उन्होंने बताया कि ब्लॉक स्तर पर आयोजित होने वाले अटल जन सेवा शिविर के लिए उपखण्ड अधिकारी नोडल अधिकारी होगें। ब्लॉक स्तर पर आयोजित होने वाले अटल जन सेवा शिविर में संबंधित क्षेत्र के विधायकगण एवं पंचायत समिति के प्रधान को आमंत्रित किया जाना आवश्यक होगा। माननीय सांसद, जिला प्रमुख, प्रधान, ग्राम पंचायतों के सरपंच को भी जन प्रतिनिधि के रूप में अटल जन सेवा शिविर में आमंत्रित किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि अटल जन सेवा शिविर में जन सुनवाई के दौरान ब्लॉक स्तरीय समस्त विभागों के अधिकारी उपस्थित रह कर आमजन की समस्याओं का समाधान करेंगे। अटल जन सेवा शिविरों में पेयजल, विद्युत, चिकित्सा, सार्वजनिक निर्माण विभाग, कृषि, खाद्य सुरक्षा, सामाजिक सुरक्षा, राजस्व, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग, महिला एवं बाल विकास, पुलिस, शिक्षा एवं अन्य विभागों से संबंधित परिवादों को प्राथमिकता के आधार पर यथासम्भव मौके पर ही निस्तारण किया जायेगा।
उन्होंने बताया कि ब्लॉक स्तर पर आयोजित होने वाले अटल जन सेवा शिविर के समय परिवादियों के बैठने, हवा-पानी, छाया की समुचित व्यवस्था संबंधित पंचायत समिति के विकास अधिकारी द्वारा की जाएगी। वहीं संबंधित तहसीलदार शिविरों में उपस्थित रहकर प्रभावी पर्यवेक्षण किया जाना सुनिश्चित करेंगे। उक्त शिविरों के दौरान जिला कलक्टर एवं जिला स्तरीय अधिकारी चक्रीय क्रम में भाग लेंगे। समस्त विभागों द्वारा निरंतर उक्त शिविरों का पर्यवेक्षण किया जाएगा।
0 टिप्पणियाँ