अजमेर (अजमेर मुस्कान)। पुष्कर पशु मेला की आध्यात्मिक यात्रा के सम्बन्ध में 28 अक्टूबर सोमवार को पारीक आश्रम पुष्कर में देवस्थान विभाग के द्वारा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में गायत्री शक्ति पीठ, उदासीन आश्रम, ब्रह्मा कुमारी, गरीब नवाज दरगाह के साथ विभिन्न धर्मों के प्रतिनिधियों ने अपने-अपने सुझाव प्रदान किए। आध्यात्मिक यात्रा की शुरूआत कार्तिक शुक्ल एकादशमी 12 नवम्बर को गायत्री शक्ति पीठ शुरू होगी और इसका समापन पशु मेला मैदान में होगा। यह यात्रा पशु मेले के शुभारम्भ का संकेत मानी जाती है। यात्रा अपने पुराने रूट से निकाली जाएगी।
उपखण्ड अधिकारी पुष्कर गौरव कुमार मितल ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए बताया कि यह आध्यात्मिक यात्रा पुष्कर मेले के शुभारम्भ का प्रतीक है। इस बैठक में विभिन्न सामाजिक संस्थाओं, ट्रस्ट तथा गणमान्य लोगो से यात्रा के सम्बन्ध में सुझाव आमंत्रित किए गए। उन्होंने कहा कि इस यात्रा को समपन्न करने में आम जन, संस्थाएं तथा ट्रस्ट की भागीदारी महत्वपूर्ण है। इस यात्रा को सभी विभाग समन्वय से कार्य करके भव्य बनाएंगे तथा सभी धर्म सद्भाव से कार्य करेंगे। यात्रा में झांकियों का प्रदर्शन किया जाएगा। हर वर्ष की भांति यह यात्रा शान्ति निकाली जाएगी। इस आध्यात्मिक यात्रा का प्रारम्भ 2005 में हुआ था।
उन्होंने बताया कि आध्यात्मिक यात्रा को सफल बनाने के लिए सभी विभाग समन्वय से काम करेंगे। यात्रा के दौरान विभिन्न संस्थानों द्वारा पुष्प वर्षा की जाएगी। यात्रा को आध्यात्मिक स्वरूप दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यात्रा के दौरान निकाली जाने वाली झांकियों का आकार ज्यादा नहीं होना चाहिए ताकि किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं हो। उन्होंने कहा कि नगर परिषद पुष्कर साफ-सफाई तथा पानी की व्यवस्था करेगा। पुलिस प्रशासन को यात्रा के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश प्रदान किए। पुलिस प्रशासन के द्वारा यात्रा के दौरान अतिरिक्त जाब्ता लगाकर मार्गों की बैरिकेडिंग की जाएगी। ब्रह्मा कुमारी संस्थान के प्रतिनिधियों ने बताया कि उनके द्वारा झांकी निकालने के साथ स्टॉल भी लगाए जाएंगे।
इस अवसर पर देव स्थान विभाग के सहायक आयुक्त गिरीश कुमार, पर्यटन विभाग के प्रतिनिधि के साथ विभिन्न धर्मों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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