अजमेर (अजमेर मुस्कान)। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव अपर एवं जिला सेशन न्यायाधीश महेन्द्र कुमार ढ़ाबी द्वारा जेल विजिटिंग लॉयर्स एवं पैरालीगल वोलंटीयर्स हेतु ओरियन्टेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इसमें उपस्थित एलएडीसीएस सदस्यों, पैरालीगल वोलंटीयर्स को अण्डरट्रायल व सजायाफ्ता चिन्हि्त पात्र बंदियों की रिहाई के संबंध में बिन्दुवार जानकारी प्रदान की गई। समस्त कार्यविधि व नियमों से अवगत करवाया गया। ढ़ाबी ने बताया की जेल में निरूद्ध पात्र बंदियों की जमानत कार्यवाही के लिए प्राधिकरण द्वारा नियमानुसार कार्यवाही संपादित की जाती है। विगत तीन माह में कुल चयनित 130 बंदियों में से लगभग 61 जेल से रिहा हो चुके है। इसमें प्राधिकरण ने बंदियों के जमानत प्रार्थना पत्र पेश करने सहित बंदियों के निजी अधिवक्ताओं से सम्पर्क कर उनकी जमानत कार्यवाही संपादित करवाई। इसके फलस्वरूप ये पात्र बंदी जेल से रिहा हुए है।
उन्होंने बताया कि विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा निर्धारित एवं निर्देशित श्रेणीयों में वर्गीकृत बंदियों को उनके द्वारा किए गए अपराध एवं उन पर लगी धाराओं के अनुरूप चिन्हित किया जा कर उनके प्रकरण में नियमानुसार कार्यवाही संपादित की जाती है। इसके बारे में उपस्थित समस्त हितधारकों को ओरियन्टेशन सेशन में विस्तृत जानकारी दी गई। ओरियन्टेशन कार्यक्रम में एलएडीसीएस सदस्यों श्री सौरभ चौहान, श्री शंकर ढ़िल्लीवाल एवं श्री गोपाल शर्मा ने भाग लिया। समस्त पैरालीगल वोलंटीयर्स को विधिक जानकारी प्रदान की। सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने उपस्थित हितधारकों में पेरालिगल वोलंटीयर्स को यह भी निर्देशित किया कि वे अधिक से अधिक जागरूकता शिविर का आयोजन करें एवं नालसा तथा रालसा की समस्त कल्याणकारी योजनाओं का आमजन में अधिकाधिक प्रचार-प्रसार करें। सामाजिक सारोकार के साथ समाज में गठित होने वाली संवेदनशील घटनाओं में संज्ञान लेकर प्राधिकरण को अवगत करवाएं। ढ़ाबी ने प्रत्येक पीएलवी से वार्ता कर उनके कार्य क्षेत्र में आने वाली समस्याओं को जाना और उनकी समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया।
0 टिप्पणियाँ