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फिल्म अमर शहीद कंवर गाथा रिलीज 24 को होगा पहला प्रदर्शन

फिल्म अमर शहीद कंवर गाथा रिलीज 24 को होगा पहला प्रदर्शन

84वें वर्सी उत्सव पर संतो द्वारा होगा पहला प्रदर्शन

अजमेर (अजमेर मुस्कान)। अमर शहीद संत कवंर राम डाक्यूमेन्ट्री फिल्म का निर्माण ईश विजय शाहानी मैमोरियल चैरिटेबल ट्रस्ट अजमेर के द्रारा 'अमर शहीद कंवर गाथा" समाज में प्रचार प्रसार हेतु दो भाषाओं हिन्दी व सिन्धी में तैयार किया गया है। इस संदर्भ में आज एक प्रेस वार्ता का आयोजन हरीभाउ उपाध्याय नगर कोटड़ा स्थित केसर स्वीट्स ईश विजय पर किया गया।

फिल्म बनाने का उद्धेश्य

जिसका उद्धेश्य समाज में सभी वर्गो को संत कवरराम के जीवन दर्शन का लाभ हो सके। आम लोगो में जात पात जैसी कुरूतियो को त्याग कर मानव सेवा व एक दूसरे के प्रति प्रेम की भावना रखना ही जीवन का परम सुख हैं।

24 अक्टूबर को होगा पहला प्रदर्शन

संत कवंरराम की 84वीं वर्सी उत्सव के उपलक्ष में 24 अक्टूबर 2024 को सुबह 9 बजे से आशा गंज स्थित संत कवंरराम उच्च माध्यमिक विद्यालय के प्रांगण में एलईडी स्क्रिन व ईको साउण्ड के साथ फिल्म का प्रदर्शन होगा । संत महात्माओं की गरिमामयी उपस्थिति में फिल्म का पहला शो प्रदर्शित किया जायेगा। जिसके पास जारी कर दिये है। इसी दिन तीन शो और दिखाये जायेगें जिनका समय 11 बजे, 1 बजे, 3 बजे शो चलाये जायेगें। फिल्म एक घंटा 12 मिनट की है 

फिल्म में दर्शाये गये अंश-

जब जब धरती पर अत्याचार बढ़ता है तब तब धर्म की रक्षा करने के लिये हिन्दुस्तान की पवित्र और पावन भूमि पर पवित्र आत्माओं का जन्म हुआ। इसी क्रम मे निरन्तर हिन्दुस्तान की पावन पवित्र धरा पर युगो युगो से संतो महात्माओ का जन्म हुआ। धर्म की रक्षा सत्य का मार्ग मानव का एक दूसरे के प्रति प्रेम व लोगो के कष्टो के निवारण हेतु 13 अप्रेल सन 1885 को वैसाखी के दिन इस पावन भूमि पर संत कवंरराम का जन्म हुआ। संत कवर राम त्याग और तपस्या की प्रतिमुर्ति जीवन के मर्म को जानने वाले दीन दुखियो और विकलांगो के देवता थे। लोगो की सेवा कर उन्हे सत्य का मार्ग दिखा हिन्दुस्तान का नाम पूरे विश्व पटल पर स्थापित किया है। मानव सेवा ही उनका मुख्य घ्येय था। जिन्होने समय समय पर धर्म की रक्षा कर लोगो को सत्य का मार्ग दिखा उनका मार्गदर्शन किया। मानवता की प्रमाणिकता ही जीवन की संकल्पना है। सारे धार्मिक मत अन्ततः इसी की प्रेरणा देते है। यही प्रेरणा संत कंवरराम का जीवन है। इसे समझना केवल एक अध्ययन मात्र नहीं बल्कि एक अध्यातमिक उपलब्धि भी है।

फिल्म के निर्माता, निर्देशक व पूरी टीम-

फिल्म निर्माता विजय शाहणी, निर्देशक अजय प्रताप सिंह, अभिनेता सहनिर्देशक प्रशांत श्रीवास्तव व इमरान खान, सिनमैटिक फोटाग्राफी जय तनवानी व अमित सारस्वत,सहायक फोटाग्राफी- संदीप उपाघ्याय सोनवाल केशव मनीष, फिल्म लोकेशन- मसूदा देवमाली व अजमेर, फिल्म वाइस ओवर सिन्घी -सागर मघनाणी, फिल्म वाइस ओवर हिन्दी- अजय प्रताप सिंह डबिंग आर्टिस्ट- शत्रुघ्न शर्मा आशिष दुबे नेहा आभा डिंम्पल सागर मघनानी मुस्कान 

मुख्य अभिनेता संत कवर राम - अभिषेक गुर्जर, बाल संत कंवर राम- दानिश अली, ताराचन्द-अरूण गुप्ता, तीर्थबाई-नेहा गुर्जर, संत खोताराम-सुरेश मघनानी, संत सतराम दास- जितेन्द्र नानवानी, फकीर-भवानी शंकर कुशवाह, किसान-भरत श्यामनानी, औरत - मीना गुर्जर, फरियादी- राजेन्द्र सिंह, साहूकार- अजय प्रताप सिंह, पीर- अमित सारस्वत, पीर सहायक -इमरान राज सारवान, अन्य कलाकार, हर्श हरवानी गर्वित, लख्मीचन्द, विष्णु गुर्जर, जितेन्द्र, प्रशांत, राहुल, संदीप, केशव, विष्णु भार्गव, विमलेश कालरा, सलमान, सुमित आकाश दिनेश, कमल आभार- शिव शांति संत असुदाराम आश्रम; लखनऊ, शंकर मश्ंााणी,सुरेश श्रीमालानी मुकेश श्रीमालानी, नानकराम का सहयोग रहा।

सवांददाता सम्मेलन में विजय शाहणी, नरेश शाहणी, कमल शाहणी, कवंल प्रकाश किशनानी, महेन्द्र कुमार तीर्थाणी, अजयप्रताप सिंह नेहा शाहनी उपस्थित थे।

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