अजमेर (अजमेर मुस्कान)। जेएलएन चिकित्सालय में भामाशाहों के सहयोग से मरीजों एवं परिजनों के लिए सुविधाएं विकसित की जाएगी। इसमें आमजन, संस्थाएं तथा प्रतिष्ठान अपनी भूमिका निभा सकते हैं।
जेएनएन के अधीक्षक डॉ. अरविन्द खरे ने बताया कि यह चिकित्सालय अजमेर संभाग का सबसे बड़ा राजकीय चिकित्सालय है। यहाँ पर अजमेर तथा अजमेर संभाग से हजारों की संख्या में मरीज उपचार प्राप्त करने आते हैं। चिकित्सालय प्रशासन मरीजों को उपलब्ध सीमित संसाधनों से यथेष्ट उपचार प्रदान कर रहा है। यह सराहनीय है कि विभिन्न दानदाता, एनजीओ तथा अन्य संस्थाएं व्यक्तिगत तौर पर तथा सीएसआर के तहत इस चिकित्सालय को सहयोग कर रहे हैं तथा चिकित्सालय प्रशासन इन सभी का आभारी है।
उन्होेंने बताया कि इस वर्ष लू के प्रकोप के दौरान विभिन्न जनप्रतिनिधियों, दानदाताओं, एनजीओ आदि ने एयर कूलर, वाटर कूलर, बेंच, पंखे, स्ट्रेचर, व्हीलचेयर, बैडशीट्स, टैंट उपलब्ध कराए। इनकी अनुमानित लागत लगभग 10 लाख रूपए थी। एसबीआई बैंक द्वारा सीएसआर के अन्तर्गत लगभग 4 लाख रूपए की लागत से चिकित्सालय के उद्यान में वाटर हट की स्थापना की। इससे मरीजों को शीतल पेयजल की सुविधा प्राप्त हो रही है।
उन्होंने बताया कि हाल ही में सीएसआर के अन्तर्गत चिकित्सालय में मरीजों तथा उनके परिजनों को स्वाभिमान भोज किचन के अन्तर्गत पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराये जाने का प्रस्ताव प्रधानाचार्य एवं नियंत्रक मेडिकल कॉलेज अजमेर के माध्यम से रखा। इसमें मात्र एक रूपए में मरीजों को भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। यह शुल्क भी इसलिये रखा गया कि मरीजों के स्वाभिमान को चोट नहीं पहुँचे ।
उन्होंने बताया कि प्रस्ताव का इस चिकित्सालय की मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी की बैठक में 3 जुलाई में अनुमोदन उपरान्त कार्यवाही प्रारभ की गई। स्थान चयन प्रक्रिया के उपरान्त सर्वसम्मति से संस्था को चिकित्सालय के मुख्य ओपीडी भवन में स्थान उपलब्ध किया गया । इस स्थान पर अस्थाई निर्माण संस्था द्वारा किया जाएगा। साथ ही विद्युत तथा जल उपभोग की राशि स्वाभिमान भोज किचन संस्था द्वारा चिकित्सालय को भुगतान किया जाएगा। साथ ही चिकित्सालय एवं संस्था के मध्य एमओयू पर संयुक्त रूप से हस्ताक्षर किए गए। शीघ्र ही कुछ दिवस में स्वाभिमान भोज किचन के अन्तर्गत भोजन उपलब्ध कराना प्रारभ कर दिया जाएगा।
उन्होंने बताया कि चिकित्सालय प्रशासन का समस्त दानदाताओं, एनजीओ तथा अन्य संस्थाओं से आग्रह है कि चिकित्सालय के विकास में तथा विशेषकर मरीजों के सुविधार्थ के लिए आगे आएं। इसमें यथोचित सहयोग करें। सबका सहयोग निश्चित रूप से मरीजों को सुविधा प्रदान करेगा। यह मानवीयता के प्रति समर्पण एवं संवेदनशीलता को भी व्यक्त करेगा एवं चिकित्सालय प्रशासन आपके प्रति सदैव कृतज्ञ रहेगा ।
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