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एचकेएच स्कूल में सेव अर्थ प्रैक्टिस सस्टेनेबिलिटी विषय पर प्रदर्शनी का हुआ आयोजन

एचकेएच स्कूल में सेव अर्थ प्रैक्टिस सस्टेनेबिलिटी विषय पर प्रदर्शनी का हुआ आयोजन

अजमेर (अजमेर मुस्कान)।
एच.के.एच स्कूल में वार्षिक प्रदर्शनी का आयोजन शनिवार किया गया। प्रदर्शनी का विषय ’सेव अर्थ प्रैक्टिस सस्टेनेबिलिटी’ रखा गया जिसका उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण कर भविष्य को स्वच्छ एवं सुंदर बनाना रखा ।


प्रदर्शनी में प्राथमिक, माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक कक्षाओं के बच्चों ने विषय से संबंधित वर्किंग मॉडल, पजल गेम एवं रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किया।

एचकेएच स्कूल में सेव अर्थ प्रैक्टिस सस्टेनेबिलिटी विषय पर प्रदर्शनी का हुआ आयोजन

प्रदर्शनी का उद्घाटन विद्यालय चैयरमेन मोतीलाल ठाकुर, विद्यालय अध्यक्ष अजय ठाकुर और विद्यालय निदेशिका किरण ठाकुर के सानिध्य में माँ सरस्वती के चरणों में दीप प्रज्वलित कर एवं रिबन काटकर किया गया। इस अवसर पर विद्यालय प्राचार्या मधु गोयल एवं प्रधानाध्यापिका रीना करना उपस्थित रहे।

प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण विज्ञान विषय से संबंधित वर्किंग मॉडल रहे जिसमें कक्षा 12 के विद्यार्थी नवीन कुमावत एवं दिव्या शर्मा का राज्य स्तर पर चयनित 'आपदा प्रबंध’ विषय पर निर्मित ’महासागरीय सर्पिल’ रहा। इसी के साथ कक्षा 10 के आदित्य इंदौरा और दक्ष का मॉडल स्मार्ट ’स्पीड ब्रेकर’ और खुशी आसवानी व कशिश साहू का एयर प्यूरीफायर मशीन ने भी दर्शकों का मन मोह लिया। इसी क्रम में इलैक्ट्रिसीटी कैप्चरिंग गार्बेज और कार्बन ट्रेंडिंग, ट्रेंडेस्ट स्कूल ऑफ  जैसलमेर, अंडरवाटर सिटी, सस्टेनेबल मिक्सड फार्मिंग विद एयर प्यूरीफायर, एक्वा फोनिक और हाइड्रोपोनिक, सोलर सिटी, वर्टिकल फार्मिंग, बायोडायवर्सिटी, ग्रीन हाउस इफेक्ट तथा जियोथर्मल एनर्जी मॉडल प्रस्तुत किए गए।

सामाजिक विज्ञान विषय में सेव अर्थ, सस्टेनेबल वाटर मैनेजमेंट, रेनफॉल इन अब्सेंस आफ वाटर , सस्टेनेबल क्लाइमेट, ईको फॉरजी इनिशिएटिव, ट्रेडीशनल वॉटर मैनेजमेंट सिस्टम , वेस्ट वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, रिवर कॉबिनेशन फार फ्यूचर मैनेजमेंट ऑफ़ वाटर, सिटी मैनेजमेंट आफ सस्टेनेबल थॉट्स, सस्टेनेबल डेवलपमेंट, सस्टेनेबल वर्ल्ड, सस्टेनेबल लाइफ थ्रू  फास्टिंग, रेन वाटर हार्वेस्टिंग तथा इंटीग्रेटेड फार्मिंग सिस्टम आदि मॉडल प्रस्तुत कर पर्यावरण पर संरक्षण हेतु इनका उपयोग करना सिखाया गया ।

वाणिज्य विषय में पियोर मिल्क प्रोडक्शन और जीएसटी पर मॉडल बनाकर उनकी कार्य प्रणाली को समझाया गया तो गणित विषय में त्रिकोणमिति पार्क बनाकर तथा विभिन्न आकृतियों द्वारा सम आफ इंटीरियर एंगल्स ऑफ़ ट्रायंगल समझाए गए। एरिया ऑफ़ राइट एंगल के साथ ही हाइट एंड डिस्टेंस को भी पजल द्वारा समझाया गया।

आईटी विभाग के द्वारा कंप्यूटर के पार्ट को रिसाइकल करना एवं एडिक्शन ऑफ़ कंप्यूटर आदि मॉडल बनाए गए।

संस्कृत विभाग ने ’हवन पर्यावरण को शुद्ध करता है’ तथा ऊँ की ध्वनि के सकारात्मक प्रभाव का प्रदर्शन किया।

अंग्रेजी भाषा और हिंदी भाषा ने पेड़ों की रक्षा के लिए दिए गए विभिन्न आंदोलन जैसे चिपको आंदोलन, अप्पिको आंदोलन पर नाटक प्रस्तुत कर पर्यावरण संरक्षण करने के लिए चेतना जागृति की। वहीं विभिन्न कविताओं के माध्यम से नैतिकता और संस्कारों को जागृत करने प्रयास किया गया। 

विद्यालय के हस्तकला एवं चित्रकला विभाग में कलाकार बच्चों के द्वारा बनाए गए ऑयल पेंटिंग, वाटर पेंटिंग, लिपन आर्ट, मांडना आदि प्रस्तुत किए गए। इसी तरह अनुपयोगी चीजों से बनाई गई उपयोगी चीजें जैसे मोबाइल स्टैण्ड, पेन स्टैण्ड, वॉल हैंगिंग एवं शो पीस सुंदर कलाकृतियाँ प्रदर्शित की गईं।

पूर्व प्राथमिक और प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों ने भी उत्साह पूर्वक भाग लेते हुए अपने नन्हे नन्हे हाथों से फैमिली ट्री, विभिन्न प्रकार के पशु पक्षी , जल संसाधन तथा मौसम के अनुसार फल -सब्जियाँ ,बाग- बगीचों के मॉडल बनाकर प्रदर्शित किये।

विद्यालय प्राचार्या मधु गोयल ने मॉडल की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए कहा प्रदर्शनी में बताए गए पर्यावरण के संरक्षण के तरीकों को अपना कर पर्यावरण को आने वाली पीढ़ी के लिए सुरक्षित रखा जा सकता है।

विद्यालय अध्यक्ष अजय ठाकुर ने कहा कि मॉडल बनाने से बच्चों कासृजनात्मक एवं मानसिक विकास होता है तथा विषय को अच्छी तरह से समझा जा सकता है। प्रदर्शनी का संयोजन प्रवृत्ति प्रभारी ज्योति गोयल ने किया।

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