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केवल डिग्री नहीं वरन रोजगारपरक शिक्षा लें युवा : देवनानी

केवल डिग्री नहीं वरन रोजगारपरक शिक्षा लें युवा : देवनानी

रोजगार सहायता शिविर का हुआ आयोजन

केवल डिग्री नहीं वरन रोजगारपरक शिक्षा लें युवा : देवनानी

अजमेर (अजमेर मुस्कान)।
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि राज्य सरकार पांच लाख युवाओं को रोजगार देगी। करीब एक लाख पदों की विज्ञप्तियां जारी की जा चुकी हैं। युवाओं को केवल डिग्री आधारित शिक्षा की बजाए रोजगारपरक शिक्षा लेनी चाहिए। सिर्फ रूपए कमाना जीवन का उद्देश्य ना हो बल्कि हम समाज और देश के विकास को ध्यान में रखकर काम करें।

रोजगार कार्यालय तथा राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान माखुपुरा अजमेर के परिसर में रोजगार सहायता शिविर का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम के मुख्य आतिथि विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि आज के समय में युवा पीढ़ी के सामने रोजगार प्राप्त करना एक चुनौती है। हर बालक-बालिका रोजगार प्राप्त करना चाहता है। रोजगार प्राप्त करना जीवन का एक अंग है। कौशल, नियोजन एवं उद्यमिता विभाग ने आशार्थियों को रोजगार प्रदान करने के लिए नियोजनकर्ताओं को आमंत्रित किया है। इस विभाग ने नियोजनकर्ताओं और आशार्थियों के मध्य समन्वयक का काम किया है। बालकों को डिग्री पर आधारित न होकर रोजगारपरक शिक्षा लेनी चाहिए तथा किसी भी संस्थान से जुड़कर अपने क्षेत्र के काम का अनुभव ग्रहण करना चाहिए। सिर्फ रूपए कमाना ही जीवन का उद्देश्य नहीं होना चाहिए बल्कि इस समाज और देश के विकास को ध्यान में रखकर काम करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने 5 लाख से अधिक बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने का निर्णय लिया है। एक लाख से अधिक पदों की विज्ञप्तियां जारी हो चुकी है। रोजगार का मतलब सरकारी नौकरी प्राप्त करना ही नहीं है बल्कि अपने हुनर को सही तरीके से काम में लेकर देश का विकास करना है। उन्हाेंने कहा कि आज हमारे देश में रोजगार की कमी नहीं है। विभिन्न ऎसे निजी संस्थान और उद्योग है जहां युवा अपने स्किल के द्वारा रोजगार प्राप्त कर सकता है। युवाओं को अपने जीवन में हमेंशा अनुभव लेते रहना चाहिए। किसी भी काम के प्रति मेहनत, लगन तथा समर्पण की भावना रखनी चाहिए। अनुशासन को अपने जीवन में आत्मसाथ करना चाहिए तथा समय के हमेशां पाबंद रखें। जीवन में हमेशां नई-नई चीजों को सीखते रहना चाहिए।

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश को 2047 तक विकसित भारत बनाने की सोच रखते है। हम सबको इसका भागीदार बनना है। भारत के लोगों की विदेश में एक मेहनती आदमी के रूप में सराहना की जाती है। जीवन में व्यावहारिक ज्ञान लेना चाहिए। बाद में कार्यक्रम में विधायक अनिता भदेल ने भी मार्गदर्शन प्रदान किया। अतिरिक्त जिला कलेक्टर ज्योति ककवानी ने बताया कि आज एक ही छत के नीचे नियोजनकर्ता और आशार्थी उपस्थित है। आशार्थी अपने स्किल के द्वारा ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाएं। राज्य सरकार बेरोजगारों को रोजगार देने की दिशा में अच्छा प्रयास कर रही है।

शिविर में आई.टी.आई. संभाग अजमेर के संयुक्त निदेशक एस.बी.माथुर, उप निदेशक आई.टी.आई. अनिल शर्मा, प्राचार्य महिला आई.टी.आई. शेलेन्द्र माथुर, आर.एस.एल.डी.सी. के जिला समन्वयक निखिल बत्रा, भाजपा महिला मोर्चा की अध्यक्षा भारती श्रीवास्तव, जिंक कौशल केन्द्र कायड़ के विनित कल्ला के साथ-साथ अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।

इस शिविर में निजी क्षेत्र के प्रमुख नियोजकों यथा इण्डस्ट्रीयल एस्टेट एसोसिएशन, मुद्गल मोटर्स, मित्तल हॉस्पिटल, टेक्सवे ग्रुप, श्री भगवती मशीन प्रा.लि., स्टोनेक्स इण्डिया, ए.यू स्माल फाईनेन्स, विजन प्लस, नेक्सा नवनीत मोटर्स, आदि के साथ-साथ यूनाईटेड इण्डिया इंश्योरेन्स, भारतीय जीवन बीमा निगम सहित 22 कम्पनियों/संस्थानों तथा प्रशिक्षण प्रदाता संस्थानों यथा जिंक कौशल केन्द्र, आरसेटी. आरएसएलडीसी द्वारा भाग लिया गया। उनके द्वारा लगभग 984 आशार्थियों को रोजगार, स्व-रोजगार एवं प्रशिक्षण की जानकारी आदि प्रदान कर लाभान्वित किया। शिविर में निजी क्षेत्र के नियोजकों द्वारा विभिन्न पदों हेतु 811 आशार्थियों का प्रारम्भिक चयन किया गया तथा 173 आशार्थियों को स्व-रोजगार एवं प्रशिक्षण की जानकारी प्रदान कर लाभान्वित किया। शिविर में लाभग 1300 आशार्थी उपस्थित रहे।

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