अजमेर (अजमेर मुस्कान)। हमारे स्वास्थ्य सेवाओं की कितनी भी आलोचना की जाए लेकिन यदि आजादी के बाद से लेकर आज तक की औसत आयु और औसत मृत्यु दर के आंकड़े बताते हैं कि हमने इस क्षेत्र में काफी सकारात्मक कार्य किया है। वर्ष 1947 में हमारे देश में औसत आयु 32 से 35 वर्ष थी, जो वर्ष 2023 में बढ़कर 70-72 वर्ष हो गई है। इसके साथ ही, मृत्यु दर में भी गिरावट दर्ज की गई है, जो 1947 में 22-25 प्रति 1,000 थी और अब घटकर 7 प्रति 1,000 व्यक्ति हो गई है।
यह जानकारी आज क्षेत्रपाल हॉस्पिटल के गेस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट डॉ आकाश माथुर ने अपनी वेबसाइट के लांचिंग समारोह में दी। डॉ माथुर ने कहा कि आज के इस सूचना के युग में रोगी को अपने रोग के बारे में पूर्ण जानकारी दी जानी चाहिए। साथ ही आम जनता को स्वस्थ रहने तथा रोगों से बचाव के प्रति जागरूक किए जाने की भी आवश्यकता है। हमारी वेबसाइट का उद्देश्य पाचन तंत्र,लिवर संबंधी बीमारियों और श्वेलनेसश् के प्रति जागरूकता का प्रसार है। वेबसाइट पर 125 से अधिक ब्लॉग और लेख उपलब्ध हैं, जो अंग्रेजी के अलावा आम आदमी की भाषा हिंदी में रोगियों और उनके परिवारों के लिए महत्वपूर्ण प्रमाणिक जानकारी उपलब्ध करवाते हैं। यह वेबसाइट केवल शहरी लोगों के लिए नहीं, ग्रामीण नागरिकों के लिए भी डॉक्टर के साथ ज्ञान के पुल के रूप में कार्य करेगी। हर व्यक्ति को श्जीने का अधिकारश् है और इसके लिए जरूरी है कि सरकार और मेडिकल समुदाय मिलकर आम आदमी को सामने रखकर सुगम चिकित्सा सुविधा दें।
वेबसाइट लॉन्च के अवसर पर आयोजित पैनल चर्चा का विषय था, ‘‘क्या चिकित्सा सेवाएं व्यावसायिक हैं?’’। इस चर्चा में जाने माने एडवोकेट उमरदान सिंह लखावत, समाजसेवी दिलीप पारीक और डॉ आकाश माथुर ने भाग लिया। इस चर्चा के दौरान उमरदान सिंह लखावत ने मौजूदा स्वास्थ्य सेवाओं के संबंध में अत्यंत तीखे सवाल किए। इस चर्चा के दौरान सभी का मत था कि डॉक्टर और मरीज के रिश्ते में पहले जो विश्वास हुआ करता था, उसमें निरंतर कमी आ रही है और इस विश्वास की वापसी के लिए दोनों पक्षों को प्रयास करने होंगे।
डॉ. माथुर ने चर्चा के दौरान सुझाव दिया कि सरकार को जांच और चिकित्सा से जुड़ी सामग्री को टैक्स फ्री कर देना चाहिए ताकि सभी को उचित स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें। जीवन का अधिकार सबसे बड़ा अधिकार है, और इसके लिए आवश्यक जांच और उपचार पर किसी भी प्रकार का टैक्स व्यक्ति के जीने के अधिकार पर कुठाराघात है।
इस अवसर के मुख्य अतिथि, प्रसिद्ध हृदय रोग विशेषज्ञ और जेएलएन मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्राचार्य, डॉ. राजेंद्र गोखरू ने रोगियों को जानकारी देने वाली वेबसाइट की पहल का स्वागत किया तथा दिल और लिवर के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि दिल,लिवर और समग्र स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है कि हम जीवन शैली में बदलाव करें, संतुलित आहार लें नियमित रूप से व्यायाम,सैर और योगा करें।
कार्यक्रम में शहर के जाने माने शल्य चिकित्सा डॉक्टर बृजेश माथुर सहित अन्य कई वरिष्ठ चिकित्सकों और नागरिकों ने भाग लिया। कार्यक्रम का संयोजन दिलीप पारीक ने किया।अंत में डॉक्टर नैंसी माथुर ने आभार व्यक्त किया।
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