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सड़कों की समस्या व समाधान पर परिचर्चा

सड़कों की समस्या व समाधान पर परिचर्चा

सड़क निर्माण से पहले बरसाती पानी निकासी की हो व्यवस्था : शर्मा

आम आदमी का भी जागरूक रहना आवश्यक

अजमेर (अजमेर मुस्कान)। विजन अजमेर संस्थान के तत्वावधान में आयोजित सड़कों की समस्या और समाधान विषय पर आयाजित परिचर्चा में रविवार को सार्वजनिक निर्माण विभाग के सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता अविनाश शर्मा ने कहां है कि डामर की 95 प्रतिशत सड़कें बारिश में जमा पानी की पर्याप्त निकासी का अभाव एवं नालों तथा नालियों पर हो रहे अतिक्रमण सड़कों की बदहाली के कारण बनते है।

ज्ञान मार्ग, पंचशील हाउसिंग बोर्ड स्थित डॉ. आकाश माथुर के निदान डाइजेस्टिव हेल्थ सेंटर पर आयोजित परिचर्चा में श्री शर्मा ने कहां कि सड़कों की टूट फूट से बचने के लिए जरूरी है कि प्री-मानसून सत्र से ही पैंचिंग वर्क शुरू कर बदहाली से बचा जा सकता है। उन्होने कहां कि इसके लिए सभी विभागों का आपसी तालमेल भी जरूरी है तथा वर्तमान में नई तकनीकि के आधार पर ठंडे डामर और मिश्रित सामग्री से सड़कों की मरम्मत संभव है।

सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता केदार शर्मा ने अपने विचार व्यक्त करते हुए बताया कि हाई ब्रीड सिस्टम के तहत सड़कों की लम्बे समय तक चलने की कार्य योजना बनाई जानी चाहिए। इसके अन्तर्गत आवश्यकतानुसार डामर तथा सिमेन्ट सड़कों के निर्माण का चयन किया जाना चाहिए। उन्होने कहां कि शहर अथवा जिले सहित राज्य की मुख्य सड़कों को सूचीबद्ध कर उनके रख-रखाव एवं मरम्मत की जिम्मेदारी एवं अलग से बजट निर्धारित किया जाना चाहिए। सड़कों के दोनों और पानी के निकासी की समुचित व्यवस्था से भी टूट फूट से बचा जा सकता है। इन सभी में विकास प्राधिकरण, नगर निगम तथा सार्वजनिक निर्माण विभाग की परिधी में आने वाली सड़कों को सूचिबद्ध करना नितात आवश्यक है, जिससे इनके रख-रखाव में आसानी होगी।

इस अवसर पर पीएनबी के पूर्व महाप्रबंधक वेद माथुर ने कहां कि बड़े शहरों की तरह योजना बनाकर शहर के सड़कों को दिर्घकालीन चलने के लिए उचित ड्रेनेज का मास्टर प्लान बनाकर निस्तारण करना चाहिए।

परिचर्चा में एडवोकेट प्रकाश मीणा ने कहां कि हमें अधिकारों से पहले अपने नागरिक कर्तव्यों को निभाना जरूरी है। सड़कों कीे दूदर्शी पर कहा कि सड़कों के निर्माण समय हीं काम में ली जाने वाली सामग्री की सहीं जांच एवं निगरानी रखना जरूरी है, इसके अभाव में सरकारी अधिकारी एवं ठेकेदार अनुचित लाभ उठाते है, सभी विभागों में तालमेल से सड़कों पर की जाने वाली तोड़फोड़ से भी रोका जाना चाहिए।

बलवंत सिंह शेखावत ने कहां कि शहर में अवांछनीय जल भराव को रोककर क्षतिग्रस्त होने से बचाना चाहिए। शहर के सुभाष नगर क्षेत्र में ब्यावर चुंगी से लेकर आदर्श नगर तक सीमेन्ट सड़क निर्माण किया जाना चाहिए।

डॉ. आकाश माथुर ने कहां कि शहर की चिंता के साथ हमें अपने स्वास्थ्य के लिए रोजाना व्यायाम और दौड़ लगानी चाहिए। साथ ही सात्विक भोजन करना चाहिए।

अन्तर्राष्ट्रीय बास्केटबॉल खिलाड़ी विनीत लोहिया ने कहां कि हमें वास्तविकता को अपनाकर जमीनी स्तर पर उतरकर कार्यों को अन्जाम देना चाहिए। जिससे प्रशासन व सरकार का ध्यान अजमेर की मूलभूत समस्याओं की ओर ध्यान आकर्षित हो।

परिचर्चा का संचालन माधवी स्टीफन ने किया, विजन अजमेर द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी व आज की परिचर्चा की पूर्ण जानकारी गिरधर तेजवानी ने दी। धन्यवाद समन्वयक कंवल प्रकाश किशनानी ने दिया।

बैठक में आमजन, संस्थाऐं सड़कों की समस्या पर अल्पकालीन व दीर्घकालीन सुझाव दिये जिनमें, उमेश चौरसिया, पुरूषोत्तम तेजवानी, डॉ. भरत छबलानी, अमर सिंह राठौड़, हरकिशन टेकचन्दानी, महेन्द्र कुमार तीर्थाणी, राजीव शर्मा, सुनील यादव आदि उपस्थित थे।

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