विधानसभा अध्यक्ष के दखल के बाद वक्फ बोर्ड के सीईओ अजमेर आए, दुकानदारों से जानी समस्याएं
जल्द मिलेगी मरम्मत, नाम ट्रांसफर व किराया जमा करने की इजाजत
अजमेर (अजमेर मुस्कान)। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवानानी के दखल के बाद अजमेर में वक्फ सम्पत्तियों के किराएदार दुकानदारों को बड़ी राहत मिली है। श्री देवनानी के निर्देश के बाद वक्फ बोर्ड के सीईओ सोमवार को अजमेर आए और दुकानदारों की समस्याओं को सुना। उन्होंने ज्यादातर समस्याओं पर सकारात्मक कार्रवाई का भरोसा दिया है। दुकानदारों को दुकान की मरम्मत, नाम ट्रांसफर और किराया जमा होने जैसी सुविधाएं मिल सकेंगी।
अजमेर शहर में वक्फ सम्पत्तियों पर करीब 800 दुकानदार है। यह दुकानदार कई दशकों से यहां अपना व्यापार करते आ रहे हैं। वक्फ बोर्ड ने पिछले कुछ समय से इन सम्पत्तियों का किराया जमा करना बंद कर दिया था। इसके साथ ही मूल आवंटी की मृत्यु होने पर उसके वारिसों को नाम ट्रांसफर की अनुमति भी नहीं मिल नही थी और ना ही उन्हें दुकानों की मरम्मत करने की इजाजत दी जा रही थी। इन दुकानदारों ने पिछले दिनों विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवानानी से मिल कर समस्याओं के समाधान का आग्रह किया था।
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने वक्फ बोर्ड के अधिकारियों को जयपुर बुलाकर व्यापारियों की समस्या के समाधान के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि दुकानदारों की समस्याएं वाजिब हैं और इनका समाधान किया जाना चाहिए।
देवानानी के निर्देश पर वक्फ बोर्ड के सीईओ अबु सूफियान सोमवार को अजमेर आए। उन्होंने सर्किट हाउस में दुकानदारों से मुलाकात की। दुकानदारों ने उन्हें अपनी समस्याओं से अवगत कराया। दुकानदारों ने बताया कि वे पीढ़ियों से यहां व्यापार करते आ रहे हैं। अब दुकाने काफी जर्जर हो गई हैं। उन्हें मरम्मत की जरूरत है। इसी तरह कई दुकानों के मूल आवंटियों की मृत्यु हो गई है। दुकानों को उनके वारिसों के नाम ट्रांसफर किया जाए। इसी तरह किराया भी जमा किया जाए। इस पर सीईओ ने कहा कि मरम्मत की इजाजत तो तुरंत दी दी जाएगी। शेष समस्याओं का समाधान भी शीघ्र कर दिया जाएगा। दुकानदार वक्फ बोर्ड के पास आवेदन करें।
बैठक में रमेश चेलानी, जोधा टेकचंदानी, जयकिशन लख्यानी, वासुदेव, लक्ष्मण दास, सविता, निशान्त राजेश वाधवानी, गोविन्द नारायण शर्मा, सुरेश कुमार, नंदलाल, राजू पारवानी, प्रकाश बच्चानी, दीपा, प्रेमराज, कन्हैया लाल व जयकिशन गागनदास, किरण लौंगानी सहित दुकानदार उपस्थित रहे।
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