जयपुर (अजमेर मुस्कान)। भारतीय सिंधु सभा राजस्थान न्यास द्वारा राज्य स्तरीय सिंधी शिक्षा मित्र आमुखी करण कार्यशाला का आयोजन जयपुर स्थित पाथेय भवन में हुआ।
मुख्य अतिथि अटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति मोहनलाल छीपा ने कहा कि सिंधी समाज में आधुनिक शिक्षा को बढ़ावा दिया जाना चाहिए। नई पीढ़ी को सिंधी भाषा और संस्कारों से जोड़ा जाना चाहिए । सिंधी भाषा के संवर्धन और विकास के लिए इस तरह के प्रयास होते रहने चाहिएं । अध्यक्षता समाजसेवी नारायणदास नाजवाणी ने की। प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल वाधवाणी ने कहा सिन्धू सभा की ओर से सिन्धी भाषा व संस्कृति के जुडाव के लगातार प्रयास किए जा रहे है जिसमें सामाजिक व शैक्षणिक संगठन सहयोग कर रहे है।
उपाध्यक्ष महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने बताया कि भारत सरकार की राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद की सिंधी लैंग्वेज लर्निंग कोर्स स्कीम के तहत न्यास द्वारा राजस्थान के 4276 विद्यार्थियों को सिन्धी एडवांस डिप्लोमा , सिंधी डिप्लोमा एवं सिंधी सर्टिफिकेट कोर्स का अध्ययन 167 सिंधी शिक्षामित्रों द्वारा करवाया जाएगा।
सचिव ईश्वर मोरवाणी ने बताया कि राजस्थान में आगामी रविवार 29 सितंबर को कक्षाओं का उद्घाटन होगा। कार्यशाला में कक्षाओं के संचालन संबंधी आवश्यक निर्देश दिए गए। कक्षाओं में रोचकता बनी रहे और सिंधी भाषा के प्रचार प्रसार के लिए किए जाने वाले प्रयासों की चर्चा हुई।
संयोजक डॉ प्रदीप गेहाणी और दीपेश सामनाणी ने बताया कि आयोजित होने वाली कक्षाओं के पर्यवेक्षण के लिए 45 सुपरवाइजर को जिम्मेदारी दी गई हैं ।
कार्यक्रम संयोजक नवल किशोर गुरनाणी और गिरधारी लाल ज्ञानाणी ने बताया कि कार्यशाला में 20 जिलों से 155 सिंधी शिक्षा मित्र और 38 सुपरवाइजर उपस्थित हुए। शिक्षा मित्रों को न्यास द्वारा कक्षाओं से जुड़ी सामग्री और पुस्तकें प्रदान की गई।राष्ट्रीय सिंधी भाषा विकास परिषद द्वारा प्रकाशित पुस्तकों की प्रदर्शनी भी लगाई गई , साथ ही वर्ष 2023- 24 में सिंधी भाषा में एम. ए., नेट, जे. आर. एफ. उत्तीर्ण विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया गया।
विशिष्ट अतिथि पूर्व पुलिस उपाधीक्षक विष्णुदेव सामताणी ने महिलाओं को आत्म रक्षा के गुर सिखाए।
कार्यक्रम में डॉक्टर कैलाश शिवलाणी , प्रदेशाध्यक्ष महिला शोभा बसंताणी, तुलसी संगताणी, मूलचंद बसंताणी, नारायण परनाणी, कोकिलाबेन, हिना सामनानी सहित कई विशिष्ट जन उपस्थित रहे।
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