अजमेर (अजमेर मुस्कान)। जिला स्तरीय डीएलसी समिति की बैठक बुधवार को जिला कलेक्टर लोक बन्धु की अध्यक्षता में आयोजित हुई। इसमें जिले की अचल सम्पत्तियों एवं कृषि भूमियों के दर निर्धारण के सम्बन्ध में चर्चा की गई।
राजस्व शाखा के प्रभारी एवं अतिरिक्त जिला कलेक्टर गजेन्द्र सिंह राठौड़ ने बताया कि जिले की अचल सम्पत्तियों एवं कृषि भूमि की बाजार दरें निर्धारित करने के लिए जिला कलेक्टर लोक बन्धु की अध्यक्षता में जिला स्तरीय डीएलसी समिति की बैठक आयोजित हुई। इससे पूर्व डीएलसी की दर 2019 में निर्धारित की गई थी। इसके पश्चात बाजार दरों में हुई वृद्धि के अनुरूप डीएलसी दरें बढ़ाने के लिए प्रस्ताव तैयार किए गए। इन प्रस्तावों पर बिन्दुवार विस्तार से चर्चा की गई। समस्त उप पंजीयकों से उनके क्षेत्र की सम्पत्तियों की बाजार दरों के बारे में जानकारी ली गई।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के द्वारा नई डीएलसी दरों के प्रस्ताव तैयार करने के सम्बन्धी निर्देश प्रदान किए गए थे। इसके अनुरूप उप पंजीयक अजमेर प्रथम, अजमेर द्वितीय, पीसांगन, रूपनगढ़, अरांई, नसीराबाद, सराधना, श्रीनगर, अरड़का, पुष्कर तथा किशनगढ़ के द्वारा आमजन व जन प्रतिनिधियों के साथ चर्चा के उपरान्त प्रस्ताव तैयार किए गए थे। इनके द्वारा एनआईसी दर से अधिक के प्रस्ताव दिए गए। कृषि भूमि में 10 के गुणांक में तथा आवासीय एवं वाणिज्यिक भूमि में 10 के गुणांक में पूर्णांक प्रस्तावित हुए।
उन्होंने बताया कि उप पंजीयक स्तर से प्राप्त प्रस्तावों के विचार विमर्श के पश्चात अनुमोदन के उपरान्त सक्षम स्तर पर स्वीकृति के लिए भेजे जाएंगे। स्वीकृत होने पर नई डीएलसी दरें लागू होंगी। सरकार के राजस्व में वृद्धि होगी। इस अवसर पर जिले के समस्त उप पंजीयक उपस्थित रहे।
0 टिप्पणियाँ