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श्री झूलेलाल चालिहो : सिंधी समाज का चालिहो महोत्सव दरियाह पूजन के साथ संपन्न

झूलेलाल चालिहो : सिंधी समाज का चालिहो महोत्सव दरियाह पूजन के साथ संपन्न

अजमेर (अजमेर मुस्कान)।
सिंधी समाज के इष्टदेव श्री झूलेलाल साहब के 40 दिवसीय कठोर व्रत का समापन शनिवार को फॉयसागर झील पर हुआ।                                            

https://youtu.be/wT51KNIHHkg?si=Jj7QmonFM0e0cwOc
यह जानकारी देते हुए पूज्य लाल साहिब मंदिर सेवा ट्रस्ट दिल्ली गेट अजमेर के महासचिव जयकिशन पारवानी ने बताया कि ये कठोर व्रत श्री झूलेलाल साहब के अवतरण के स्मरण को चिरस्थायी रखने का भक्ति पूर्ण प्रयास हैं, जो 16 जुलाई से प्रारंभ होकर 24 अगस्त को समाप्त होते है।                                                           

पारवानी के अनुसार झूलेलाल धाम परिसर में  झूलेलाल साहब के गद्दी नशीन मनीष लाल ठाकुर के आशीर्वाद व मुंबई से पधारे हुए गुल साई ठाकुर, ठाकुर नितिन कुमारलाल के सानिध्य में सुबह बहिराणा साहब की स्थापना के बाद पंज महाज्योत प्रज्वलित कर भजन कीर्तन व छेज के बाद दोपहर 2 बजे झूलेलाल धाम से गंज तक कलश यात्रा निकालकर फॉयसागर पहुंचें जहां शाम को फॉयसागर झील पर प्रधान ट्रस्टी प्रभु लौंगानी के सानिध्य में झूलेलाल मण्डली की बहन सीमा पमनानी, दादी जसी, सीमा लालवानी,  कलवानी, विद्या तेजवानी, किरण तीर्थानी, योगिता आसनानी आदि द्वारा सत्संग, कीर्तन, पंजड़े,  झूलेलाल चालिहा का पाठ,सुख उत्पति झूलेलाल की,झूलेलाल वन्दना का पाठ किया गया तत्पश्चात पंज  महाज्योत से सामूहिक महाआरती के बाद 40 दिनों से व्रतधारियों द्वारा जल के जीवों को समर्पित करने के लिए कुनड़ी(कलश) में प्रतिदिन अखो साहिब सूखी सामग्री चावल सूखे मेवे इलायची केसर लौंग पताशे नारियल फल आदि के साथ बहिराना साहब व ज्योत जल में परवान करके सभी व्रत धारियों व सेवाधारियों द्वारा दीप पूजन के साथ दरियाह पूजन करके श्री झूलेलाल साहब से सनातन धर्म के कल्याण की अरदास की गई तत्पश्चात आम भण्डारे की परसादी का आयोजन हुआ।                                                                 

इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी, ट्रस्ट के अध्यक्ष हेमनदास छबलानी, कोषाध्यक्ष हीरानंद कलवानी, ट्रस्टी ताराचंद लालवानी, मनोज पमनानी, राजकुमार हरिरामानी, अशोक तीर्थनी आदि सहित समाज के गण मान्य व्यक्ति, धार्मिक,सांस्कृतिक, सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधि, समाज की पंचायतों के मुखी व बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।

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