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तेज बारिश : जिला कलेक्टर डॉ. भारती दीक्षित ने किया निचले क्षेत्रों का अवलोकन

तेज बारिश : जिला कलेक्टर डॉ. भारती दीक्षित ने किया निचले क्षेत्रों का अवलोकन

अधिकारियों को दिए जल निकासी के निर्देश

अजमेर (अजमेर मुस्कान)। तेज बारिश के दौरान निचले क्षेत्रों का जिला कलेक्टर डॉ. भारती दीक्षित द्वारा अवलोकन कर अधिकारियों को जल निकासी सुनिश्चित करने के निर्देश प्रदान किए गए।

जिला कलेक्टर डॉ. भारती दीक्षित ने सोमवार को तेज बारिश के दौरान क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर अवलोकन किया। स्थानीय निवासियों से बातचीत कर बारिश से हो रही समस्याओं की जानकारी ली। सावित्री चौराहा, आनासागर चौपाटी, मित्तल चौराहा, सागर विहार कॉलोनी, जेएलएन चिकित्सालय, पटेल स्टेडियम, सूचना केन्द्र चौराहा, मेयोलिंक रोड तथा खानपुरा में जल भराव के स्थानों का प्रशासनिक अधिकारियों के साथ अवलोकन किया। इनके साथ नगर निगम आयुक्त श्री देशल दान, अतिरिक्त जिला कलेक्टर गजेन्द्र सिंह राठौड़, उपखण्ड अधिकारी अपूर्वा परवाल, उपायुक्त कीर्ती कुमावत भी थे।

डॉ. भारती दीक्षित ने बताया कि जल भराव वाले स्थानों पर नगर निगम और अजमेर विकास प्राधिकरण के दलों द्वारा मड पंपों के माध्यम से जल निकासी सुनिश्चित की जा रही है। साथ ही सड़कों पर भरे पानी को भी ड्रेनेज में डालने के लिए मशीनरी एवं मानवीय संसाधन लगातार कार्यरत है। निचले क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए गए हैं। कहीं से भी जल भराव तथा डूब की सूचना प्राप्त होते ही तुरंत कार्यवाही की जाएगी।

उन्होंने बताया कि मौसम विभाग के द्वारा दो दिन के लिए भारी वर्षा की चेतावनी जारी की गई है। इसलिए समस्त व्यक्ति सावधानी बरतें। यथासंभव बाहर निकलने से बचें। अपने घर पर ही सुरक्षित रहें। विशेष परिस्थितियों में बाहर निकलने की स्थिति में बहते जल तथा जल स्त्रोतों से दूर रहें। लगातार बारिश के कारण कई गड्डों में भी पानी भर गया है। इन गड्डों से बच्चों को विशेष रूप से दूर रखने की अपील प्रशासन द्वारा की गई है।

उन्होंने बताया कि मौसम विभाग की चेतावनी को ध्यान में रखते हुए मंगलवार 6 अगस्त को प्रशासन द्वारा समस्त विद्यालयी विद्यार्थियों का अवकाश रखा गया है। किसी भी प्रकार की असावधानी दुर्घटना का कारण बन सकती है। युवाओं को सेल्फी, फोटोग्राफ एवं रोमांच के लिए अपना जीवन दांव पर नहीं लगाना चाहिए। समझदारी का परिचय देते हुए इस प्रकार की गतिविधियों से दूर रहने की सलाह दी गई है।

उन्होंने बताया कि जिले के समस्त उपखण्ड अधिकारियों के साथ-साथ समस्त जिम्मेदार अधिकारियों एवं कार्मिकों को क्षेत्र में रहने के लिए पाबंद किया गया है। एसडीआरएफ एवं एनडीआरएफ के दलों की सहायता ली जा रही है। अरांई, पीसांगन तथा नसीराबाद के क्षेत्रों पर विशेष नजर रखी जा रही है। भरे हुए तालाबों की पाल पर दबाव कम करने के लिए सुरक्षित जल निकासी के उपाय करने के निर्देश दिए गए हैं।

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