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बांग्लादेश में हिन्दुओं सहित सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करे भारत सरकार

बांग्लादेश में हिन्दुओं सहित सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करे भारत सरकार

अजमेर में सकल हिन्दू समाज ने दिया राष्ट्रपति, राज्यपाल तथा संयुक्त राष्ट्र महासचिव के नाम ज्ञापन

बांग्लादेश में हिन्दुओं सहित सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करे भारत सरकार

विशाल मौन जुलुस के साथ ज्ञापन देने जुटे 3000 से अधिक लोग

बांग्लादेश में हिन्दुओं सहित सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करे भारत सरकार

अजमेर (अजमेर मुस्कान)।
बांग्लादेश में हुई राजनीतिक अस्थिरता और सत्ता परिवर्तन के बाद वहां रह रहे हिंदुओं और अल्पसंख्यक समुदायों पर हो रहे लगातार हमलों, हिंदू मंदिरों के विध्वंस और हिंदू बहन-बेटियों के साथ दुर्व्यवहार व दुष्कर्म के खिलाफ अजमेर शहर सकल हिन्दू समाज ने अपना आक्रोश शुक्रवार को विशाल मौन जुलुस के माध्यम से हजारों की संख्या में रोड पर आकर व्यक्त किया। गाँधी भवन से प्रारम्भ होकर यह मौन जुलुस शांतिपूर्ण ढंग एवं स्वानुशन ने कलेक्टरी तक पंहुचा जहां विविध जाति बिरादरी तथा व्यापारिक, सामाजिक संस्थाओं के प्रमुखों को साथ लेकर संतों की अगुवाई में राष्ट्रपति, राज्यपाल तथा संयुक्त राष्ट्र के महासचिव के नाम लिखित ज्ञापन जिला कलेक्टर को सौपा गया। ज्ञापन देने वाले समूह में महंत श्याम सुंदर शरण देवाचार्य, महंत स्वरूपदास मनोहर उदासीन आश्रम, महंत गोवर्धन नाथ, नाथ की बगीची, महंत शिवरतन दास, अरड़का गोशाला, महंत नारायण दासजी, महंत बजरंग दासजी महाराज सीताराम मन्दिर, चित्रकूट धाम के उपासक पाठक महाराज सुनील दत्त जैन, सुशील सोनी, गोपाल चोयल, अशोक पंसारी, प्रभु लौंगानी, दशरथ सिंह, रमाकांत बाल्दी, उत्तम पंवार, राकेश विजयवर्गीय, सुनील ढिलवारी, विनोद डाबरिया, अनिल भारद्वाज, महेंद्र बंसल, किशन गोपाल गुप्ता, रमेश लालवानी, मुकेश शर्मा, वेद माथुर, बाबू सिंह पवार आदि सम्मिलित थे, मौन जुलुस में बड़ी संख्या में महिलाओं सहित 3000 से अधिक हिन्दू समाज के लोग उपस्थित हुए। जिस समय ज्ञापन दिया गया उस समय उपस्थित जन समूह ने सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ तथा संकीर्तन तथा 2 मिनट मौन धारण कर इस हिंसा में हताहत हुए निर्दाेषों की आत्मा की शांति और बांग्लादेश के हिन्दुओं की सुरक्षा के लिए प्रार्थना भी की, कार्यक्रम के अंत में सभी उपस्थित नागरिकों धन्यवाद ज्ञापन निरंजन शर्मा ने किया।

ज्ञापन की गयी प्रमुख मांगे

भारत सरकार न केवल बांग्लादेश के हिन्दूओं और अल्पसंख्यकों और उनके धार्मिक, व्यापारिक स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करे अपितु जिन हिंदुओं की संपत्तियों को बांग्लादेश में नष्ट किया गया है, उनकी भरपाई की जाये।

जिन निर्दाेष हिन्दुओं, अल्पसंख्यकों की हत्याएं हुई है उनके परिजनों को मुवावजा व सरकारी नौकरी दी जाये साथ ही अल्पसंख्यक समुदायों के हिंसा में घायल हुए नागरिकों की समुचित चिकित्सा का प्रबंध सरकारी खर्चे पर करवाया जाए।

जो लोग इस अमानवीय हिंसा के दोषी है उनको कठोरतम सजा दिलवाई जाये।

साथ ही, बांग्लादेश में संयुक्त राष्ट्र संघ का एक स्थायी कमीशन नियुक्त किया जाए, जो वहां हिंदुओं की सुरक्षा के बारे में लगातार जानकारी लेता रहे।

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