अजमेर (अजमेर मुस्कान)। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सभागार में यौन तस्करी के लिए कार्यशाला का आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं सर्वोदय समिति संस्था के संयुक्त तत्वाधान में किया गया। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य यौन तस्करी पर जागरूकता एवं हाई रिस्क ग्रुप में आने वाले व्यक्तियों के पहचान संबंधी आवश्यक दस्तावेजों के लिए कदम उठाना था।
कार्यशाला में सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश) महेन्द्र कुमार ढ़ाबी ने हाई रिस्क ग्रुप में आने वाले व्यक्तियों के अधिकार संरक्षण एवं सामाजिक सुरक्षा के संबंध में जानकारी दी। साथ ही ऎसे व्यक्तियों के विधिक अधिकारों पर भी विस्तृत चर्चा की। इसके अतिरिक्त राज्य सरकार की मुफ्त राशन जैसी योजनाओं से लाभान्वित करने की भी सिफारिश की।
उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान ने सभी को समान अधिकार एवं सम्मान से जीने का अधिकार दिया है। इसलिए महिलाओं के अधिकारों की सुरक्षा के लिए सखी वन स्टॉप सेन्टर की व्यवस्था की गई है। इसके माध्यम से महिलाओं के पुर्नवास एवं समाज की मुख्य धारा से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। कार्यशाला में स्वयंसेवी संस्थाओं से इस सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। समिति सदस्यों ने बताया कि विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं द्वारा इस दिशा में हर संभव सहयोग एवं प्रयास किए जा रहे है। मुख्य रूप से पहचान संबंधी दस्तावेजों जैसे आधार कार्ड, पेंशन, केवाईसी आदि आवश्यक कार्यों के लिए प्रयास किए जा रहे है। कार्यशाला में दुर्गा माहिच, प्रबंधक, सखी वन स्टॉप सेन्टर भी उपस्थित रही।
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