Ticker

6/recent/ticker-posts

सिंधी समाज के इष्ट देव श्री झूलेलाल साहब का चालीहो महोत्सव 16 से

सिंधी समाज के इष्ट देव श्री झूलेलाल साहब का चालीहो महोत्सव 16 से

अजमेर (अजमेर मुस्कान)।
सिंधी समाज के इष्ट देव श्री झूलेलाल साहब की स्मृति में की जाने वाली 40 दिवसीय उपासना चालीहो व्रत इस वर्ष मंगलवार 16 जुलाई से प्रारंभ होंगे।                      

https://youtu.be/Z5o1Sb3MdrE?si=txWWPJdfaWPQWmZw
यह जानकारी देते हुए पूज्यलाल साहब मंदिर सेवा ट्रस्ट झूलेलाल धाम के प्रधान ट्रस्टी प्रभु लौंगानी ने बताया की सूय॔ के कर्क राशि में प्रवेश लेने के दिन 16 जुलाई मंगलवार को मंदिर परिसर में विद्वान पंडित आत्माराम शर्मा द्वारा सुबह 10:30 बजे व्रतधारियों को कंगणी बांधकर 40 दिवसीय व्रत का संकल्प दिलवाया जाएगा जो 24 अगस्त पूर्ण होंगे।                                            

ट्रस्ट के महासचिव जयकिशन पारवानी ने चालीहा व्रत परंपरा की जानकारी देते हुए बताया कि अखंड भारत के सिंध प्रांत में विधर्मी बादशाह मिरखशाह द्वारा वहां की हिंदू जनता पर अत्याचार करके उन्हें जबरन धर्म परिवर्तन के लिए बाध्य किए जाने तथा मंदिरों में मूर्ति पूजा पर रोक लगाने के कारण समस्त हिंदू समाज ने दरिया किनारे पर वरुण देव की 40 दिन तक उपासना की, कठोर तपस्या की व व्रत किया लोगों ने भगवान से धर्म की रक्षा करने हेतु प्रार्थना की फलस्वरुप आकाशवाणी हुई जिसमें कहा गया की श्री वरुण देव झूलेलाल के रूप में नसरपुर ग्राम में ठाकुर रतन राय के घर पर माता देवकी के गर्भ से अवतार लेकर अत्याचारी बादशाह से मुक्ति दिलाएंगे इसके बाद झूलेलाल साहब ने अवतार लेकर अत्याचारी बादशाह से मुक्ति दिलाई उन्होंने समस्त हिंदुओं से ईश्वर की उपासना व पांच तत्वों के साकार स्वरूप जल और ज्योत की पूजा करने का संदेश दिया। इसी स्मृति में 40 दिनों की उपासना की परंपरा शुरू हुई श्रद्धालु 40 दिवसीय कठोर व्रत रखकर प्रतिदिन मंदिर में रखे गए कुनड़ी (कलश) में अखों साहब जिसमें चावल, हल्दी, इलायची, केसर आदि डालकर प्रार्थना करते हैं व चालीसवें दिवस पर दरिया पूजन करके जल के जीवों को समर्पित करने के लिए दरिया में परवान करते हैं व उत्सव मनाते हैं।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ