अजमेर (अजमेर मुस्कान)। सिंधी समाज के इष्टदेव श्री झुलेलाल साहिब का चालिहा महोत्सव नगीना बाग स्थित स्वामी दांदूराम साहिब स्वामी होतुराम साहिब दरबार में आरम्भ हुआ।
नानक गजवानी ने बताया शाम 6 बजे से ज्योत जगाकर अजित एन्ड मण्डली द्वारा झुलेलाल साहिब के पंजड़े व साई की महिमा के भजन गाए गये। झुलेलाल चालिहा की महिमा बताते हुए दरबार के मुख्य सेवादार भाई फतनदास ने बताया कि अखण्ड भारत के अधर्मी बादशाह मिरख्शाह द्वारा जब हिंदुओ (सिंधीयो) पर जबरन अत्याचार किये जा रहे थे उनका जबरन धर्म परिवर्तन करवाया जा रहा था तब सिंधी समाज के लोगो ने समुद्र किनारे बैठकर जलदेवता की आराधन की गई। आराधना के 40वें दिन समुन्द्र के ऊपर से वरुण देव की आकाशवाणी हुई मैं झुलेलाल के रूप में अवतार लेकर तुम्हें राजा मिरख्शाह के अत्याचारों से मुक्ति दिलायुगा। तब से मान्यता है कि साई झुलेलाल चालिहा में चालीस दिन तक व्रत रखने से,आराधना करने से या मटकी में अखव पहनने से मन की मुरादे पूरी होती हैं व घर में सुख शांति रहती हैं। अंत मे विश्व मे शांति, सुख सम्रद्धि व भाईचारा का पल्लव पहनकर प्रसाद वितरण किया गया। सिंधी समाज के लोगो ने अपनी मन की मुरादे पूरी होने के लिए अखव पहना।
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