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जिला प्रशासन का है नवाचारजिला कलेक्टर डाॅ. भारती दीक्षित ने तरू अजमेर पोर्टल का किया शुभारम्भ
प्रत्येक पौधारोपण साईट की होगी पोर्टल से मोनिटरिंग
अजमेर (अजमेर मुस्कान)। जिला प्रशासन द्वारा मानसून के दौरान विकसित विभिन्न पौधारोपण स्थलों की मोनिटरिंग के लिए तरू अजमेर पोर्टल का नवाचार किया गया है। इसका शुभारम्भ सोमवार को जिला कलेक्टर डाॅ. भारती दीक्षित ने किया।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अभिषेक खन्ना ने बताया कि अजमेर की हरितिमा में वृद्धि के लिए जनभागीदारी के साथ जिला प्रशासन द्वारा मानसून के दौरान बडे़ स्तर पर लगभग 10 लाख पौधों का पौधारोपण किया जाएगा। इस दौरान विकसित पौधारोपण स्थलों की जीयोटेगिंग के साथ मोनिटरिंग करने के लिए नवाचार किया गया है। प्रशासन ने तरू अजमेर पोर्टल तैयार किया है। इसका शुभारम्भ जिला कलक्टर डाॅ. भारती दीक्षित द्वारा किया गया है। तरू पेड़ का पर्यायवाची शब्द है। तरू ट्री एक्राॅस रूरल एण्ड अर्बन अजमेर जिले की समस्त प्लांटेसन साईट की मोनिटरिंग करेगा।
उन्होंने बताया कि तरु ट्री एक्रस रुरल एंड अर्बन अजमेर पोर्टल का उद्घाटन सोमवार जिला कलेक्टर डाॅ. भारती दीक्षित द्वारा किया गया। जिले में पौधारोपण की प्रक्रिया को माॅनिटर करने के लिए जिला प्रशासन अजमेर द्वारा यह नवाचार शुरू किया। इसका उद्देश्य ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में सघन वृक्षारोपण कर अजमेर जिले के हरित आवरण को बढ़ाना है। अजमेर जिले के सभी अधिकारियों, उद्योगपतियों, व्यापारियों, कर्मचारियों, नागरिकों, विद्यार्थियों एवं अन्य सभी से जल और वृक्ष की महत्ता को जानना चाहिए। जल संरक्षण करते हुए पौधों को पालने का संकल्प लें, ताकि वे बड़े वृक्षों में बदल जाए।
उन्होंने बताया कि पेड़ हमारे जीवन का आधार हैं। वे न केवल ऑक्सीजन का स्रोत हैं, बल्कि हमारे वातावरण को स्वच्छ और स्वस्थ बनाते हैं। जिला परिषद, अजमेर से जुड़े सभी जनप्रतिनिधि सरपंच, वार्ड पंच एवं सभी आमजन वृक्षारोपण में अजमेर को एक नई पहचान देंगे। इस पोर्टल से सभी सरकारी विभाग प्राइवेट एनजीओ एवं आम नागरिक भी स्वयं पंजीकरण करके वृक्षारोपण की अपनी साइट चुन सकते हैं और फोटो अपलोड कर सकते है। पोर्टल पर जिले की नर्सरियों तथा वहां उपलब्ध पौधों की किस्म और संख्या के साथ-साथ उनकी कीमत की जानकारी भी उपलब्ध रहेगी।
उन्होंने बताया कि पोर्टल को निर्मित करने में राजकीय अभियंत्रिक महाविद्यालय के सहायक आचार्य सत्यनारायण ताजी के साथ छात्र जातिन सोनी, धर्मवीर तुनवाल व हर्ष पांडे का भी उल्लेखनीय योगदान रहा है। इस पोर्टल को मोबाईल अथवा कंप्यूटर आदि सिस्टम में https://taruajmer.org.in वेबसाइट पर देखा जा सकता है।
उन्होंने बताया कि इस पोर्टल से सभी सरकारी विभाग, प्राइवेट संस्थान, एनजीओ, उद्यमी, एसोशिएशन एवं आम नागरिक भी स्वयं पंजीकरण करके अपनी पौधारोपण साइट चुन सकते हैं और फोटो अपलोड कर सकते है। जिले के समस्त राजकीय कार्यालयों के लिए लक्ष्य निर्धारित किया गया है। ग्राम स्तर तक के कार्यालयों एवं संस्थानों के द्वारा विकसित की गई पौधारोपण साईट की मोनिटरिंग होगी। ग्राम पंचायत, विद्यालय से लेकर बडे कार्यालयों द्वारा पौधारोपण किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि पोर्टल पर कोई भी व्यक्ति अपने नाम एवं मोबाईन नम्बर के साथ पंजीयन कर सकता है। पंजीयन के समय व्यक्ति को अपना यूजर आईडी एवं पासवर्ड स्वयं अपनी सुविधा के अनुसार फीड करना होगा। इसमें व्यक्ति अपने अथवा समूह द्वारा विकसित पौधारोपण साईट की जानकारी अपलोड कर सकता है। नर्सरी की लोकेशन भी डाली जाएगी। सीएसआर के माध्यम से सहयोग करने वाले व्यक्ति एवं संस्थाएं भी अपना पंजीयन करवा सकते है। जनभागीदारी एवं सीएसआर के लिए जिला कलेक्टर डाॅ. भारती दीक्षित द्वारा बैठक भी ली गई।
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