अजमेर (अजमेर मुस्कान)। राजस्थान ललित कला अकादमी द्वारा सिविल लाइंस स्थित डिजाइन इकोल कॉलेज में चल रहे हैं ग्रीष्मकालीन शिविर के दौरान शुक्रवार को शिविरार्थियों ने पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए सूती थेलो पर आकर्षक मांडणा चित्रित किए।
लोक कलाकार संजय कुमार सेठी शिविर में मांडणा की बारीकियों का प्रशिक्षण दे रहे हैं जिसके अंतर्गत पूर्व में परिंडो पर चित्रण किया गया और शुक्रवार को कपड़ों के थैली पर मांडणा बनाए गए। सेठी ने बताया कि इन्हें दीवारों, जमीन और कैनवास पर भी प्रशिक्षण दिया जाएगा ताकि विद्यार्थी अलग-अलग रूप में मांडणा बना सके और उनकी रुचि इस लोक कला में विकसित हो।
शिविर संयोजक दीपक शर्मा के अनुसार पर्यावरण संरक्षण के उद्देश्य से प्लास्टिक थेलियो से दूरी और कपड़े के थैली के उपयोग का प्रचार प्रसार करने के उद्देश्य से आकर्षक मांडने बनाए गए ताकि विद्यार्थी अथवा उनके अभिभावक बाजार में जाए तो थैले के प्रति सबका आकर्षण बड़े।
कलाकारों ने राजस्थानी परंपरागत मांडणा के अंतर्गत चकरी, बिजनी, चौपड़, पगलिया, घेवर, लक्ष्मी जी का चौक, तुलसी जी का गमला इत्यादि का चित्रांकन प्राकृतिक रंगों द्वारा सूती थैलों पर किया जिसमें प्रशिक्षक प्रियंका सेठी, इंदू खंडेलवाल, मीनाक्षी मंगल, ऋषभ प्रताप सिंह ने सहयोग किया।
मीडिया प्रभारी अंबिका हेडा ने बताया कि विद्यार्थियों द्वारा किए गए कार्यों की प्रदर्शनी का आयोजन समापन समारोह पर किया जाएगा और श्रेष्ठ कृतियों को पुरस्कृत भी किया जाएगा।
वरिष्ठ कलाकार प्रकाश नागोरा ने शिविर का अवलोकन किया एवं कलाकारों का उत्साह वर्धन एवं मार्गदर्शन प्रदान किया।
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