अजमेर (अजमेर मुस्कान)। आनासागर झील के सौन्दर्य और जलीय जीवों के लिए खतरा बनी और पर्यटन क्षेत्र को बड़ा नुकसान पहुंचाने वाली जलकुंभी के खिलाफ जंग नगर निगम ने जीत ली है। निगम ने झील के बहुत बड़े हिस्से से जलकुंभी का सफाया कर दिया। जिला कलेक्टर डॉ. भारती दीक्षित ने सोमवार को पूरी नगर निगम टीम को इसके लिए बधाई दी। उन्होंने निगम को शाबाशी दी और कहा“ आप लोगों ने पूरे जज्बे के साथ इस मुश्किल काम को कर दिखाया।
जिला कलेक्टर डॉ. भारती दीक्षित ने सोमवार को साप्ताहिक समीक्षा बैठक में जलकुंभी निस्तारण के लिए अथक प्रयास करने पर निगम आयुक्त देशलदान और टीम की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि पूरे दो महीने तक जिन मुश्किल हालात में निगम की टीम ने काम किया, वह काबिले तारीफ है। निगम ने अजमेर की झील के सौन्दर्य और जलीय जीवों को बचा लिया। इससे पर्यटन को भी फायदा होगा।
निगम के अधिकारियों ने दो महीने तक चले अभियान की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि शुरूआत में थोड़ी परेशानी आई लेकिन टीम ने हार नहीं मानी। टीमें 12-12 घण्टे तक काम करती रहीं। झीले के चारों ओर जलकुंभी के निकासी पॉइंट तैयार किए गए। शुरूआत में 50 डम्पर तक जलकुंभी निकाली गई। इस क्षमता को शीघ्र ही बढ़ा कर पहले 100 डम्पर, फिर दो सौ डम्पर प्रतिदिन तक कर दिया गया। तेज हवाओं के कारण जलकुंभी निकालने में परेशानी आई लेकिन टीम डटी रही। मशीनों से और मैनुअली काम किया गया। अब बहुत थोड़े हिस्से में जलकुंभी है, उसे भी शीघ्र समाप्त कर दिया जाएगा।
निगम के अधिकारियों ने बताया कि अधिकारी नीरी और नेशनल बॉटनिकल रिसर्च सेन्टर की टीम के साथ सम्पर्क में हैं। जलकुंभी समस्या का स्थायी समाधान किया जाएगा।
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