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चंटीचंड व सिंधी भाषा मान्यता दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन

चंटीचंड व सिंधी भाषा मान्यता दिवस पर संगोष्ठी का आयोजन

नई पीढ़ी को गर्व होना चाहिए मेरी मातृभाषा सिंधी है : ठाराणी

अजमेर (अजमेर मुस्कान)। पूज्य झूलेलाल जयंती समारोह समिति के तत्वावधान में दसवां 16 दिवसीय चेटीचंड पखवाड़ा महोत्सव 2024 के आज दूसरे दिन प्रगति नगर, कोटड़ा स्थित श्री अमरापुर सेवा घर के द्वितीय तल पर चेटीचंड व सिंधी भाषा मान्यता दिवस के महत्व पर सिंध इतिहास व साहित्य शोध संस्थान व ताराचंद हुंदलदास खानचन्दानी सेवा संस्था के संयुक्त तत्ववधान में संगोष्ठी का आयोजन रखा गया।

वक्ता सुधार सभा के संरक्षण ईश्वर ठाराणी ने नई पीढ़ी को यह गर्व होना चाहिए कि मेरी मातृभाषा सिंधी है, हमें समाज में पहचान बोली से है व उसे बढाने में हमारा योगदान होना चाहिये। बंटवारे के बाद हमारे समाज बन्धु प्रान्त व अन्य स्थानों पर बिखर गये परन्तु सिन्धी भाषा को बचाने के साथ साथ उस प्रान्त की भाषा को भी अपनाया। 1948 के बाद सरकार द्वारा हमें स्थापित कराने के लिये अजमेर में सिन्धी स्कूल 31 प्रारम्भ हुये राजनैतिक व सामाजिक के प्रयत्नों की कमी व अनदेखी की वजह से यह सरकारी स्कूल धीरे धीरे समाप्त हो रहे हैं।

चिंतक लेखक गिरधर तेजवाणी ने कहा कि सिन्धी भाषा सबसे उच्च भाषा है यह संस्कृत भाषा के करीब की भाषा है व अन्य भाषाओं को सीखने में सिन्धी भाषी व्यक्ति को अधिक परेशानी का सामना नहीं करना पडता है हमारी युवा पीढ़ी सिन्धी भाषा के साथ साथ अन्य भाषाओं में भी अपने कीर्तिमान स्थापित कर रही है। हम आज यह संकल्प लेकर जायें कि अपने घरों में सिन्धी भाषा बोलेगें।

शिक्षाविद राधाकिशन मोटवाणी ने कहां कि किसी भी भाषा के लिये बोली का महत्व चुनौतियां व समाधान पर हमें कार्य करना चाहिये। नई शिक्षा नीति 2020 के अनुसार हमारे विद्यार्थियों को मातृ भाषा में पढने के मिलेगा जो नीव मजबूत होगी वह हमारी भाषा को आगे ले जाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी। हमें अंधेरे में प्रकाश की जो किरणें देखने को मिल रही है यह महत्वपूर्ण है। हमें सरकार की एजेंसियों में सामाजिक संस्थाओं को जोडना चाहिये जिससे युवा पीढी आगे आ सके।

संयोजक शंकर बदलानी ने बताया कि मंच संचालन हरी चंदनानी ने किया स्वागत भाषण व कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी अध्यक्ष कवंलप्रकाश किशनानी ने बताया कि यह हमारे लिये गर्व की बात है कि 1967 के बाद आज चेटीचण्ड  का पावन पर्व आ रहा है इसलिये हमें संस्कृति के साथ शिक्षा को भी बढाना है। संगोष्ठी का शुभारंभ आराध्यदेव झूलेलाल व स्वामी हृदयाराम की मूर्ति पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन कर किया गया। प्रारम्भ में सिन्धी श्री हनुमान चालीसा का पाठ किया गया।

कार्यक्रम में डॉ. भरत छबलाणी, लाल नाथाणी, भगवान कलवाणी, प्रकाश जेठरा, भगवान साधवाणी, रमेश टिलवाणी, महेश मूलचंदाणी, रमेंश मेंघाणी, जी.डी.वृंदाणी, जयप्रकाश मंघाणी, ईश्वर जेसवाणी, एम.टी.वाधवाणी, खुशीराम ईसराणी, शंकर टिलवाणी, जसवंत गनवाणी, जया जगवाणी व अमरापुर सेवा घर के रहवासी व कार्यकर्ता उपस्थित थे।

आज मंगलवार 2 अप्रैल को आयोजित होने वाला कार्यक्रम

2 अप्रैल 2024 शाम 6.30 बजे, झूलेलाल जी महर, राष्ट्रीय जन सेवा समिति द्वारा आयोजक कार्यक्रम प्रचण्ड बालाजी मंदिर हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, अजयनगर, अजमेर में होगा कार्यक्रम के संयोजक मनोज झामनाणी व नानक गजवाणी होंगे।

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