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चेटीचंड पखवाड़े के दौरान दिए जाएंगे पांच नये सम्मान

चेटीचंड पखवाड़ा तैयारी की बैठक में लिये अहम निर्णय

चेटीचंड पखवाड़ा तैयारी की बैठक में लिये अहम निर्णय

अजमेर (अजमेर मुस्कान)। पूज्य झूलेलाल जयंती समारोह समिति की आवश्यक बैठक अध्यक्ष कवंलप्रकाश किशनानी की अध्यक्षता में स्वामी कॉम्पलेक्स में आयोजित की गई। दसवें चेटीचंड पखवाड़ा महोत्सव 2024 में पंचायतों, सामाजिक संगठनों, सिन्धी विद्यालयों, धार्मिक संगठनों के मुख्य भूमिका में पिछले नो वर्षों से लगातार अजमेर में मनाया जाता है। इस वर्ष 16 दिवसीय 31 मार्च से 15 अप्रेल तक 31 संस्थाएं मिलकर 51 विभिन्न कार्यक्रम आयोजित कर रही है।

महामंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने बताया कि पखवाड़ा महोत्सव 2024 के अवसर पर शहर के आयोजन करने वाली प्रत्येक कॉलोनियों में 5 सम्मान दिये जायेगें।  जिसमें दादा झमटमल टिलवाणी सम्मान जिन्होनें आदर्श शिक्षण संस्थाओं को स्थापित करने के साथ शिक्षा को बढ़ावा देने में सहयोग हेतु 60 वर्ष से अधिक़ सेवा के क्षेत्र व सामाजिक कार्यों से जुड़ा पुरूष, दादी सुशीला मोटवाणी सम्मान सिन्धी शिक्षा को बढाने, राजकीय महाविद्यालय, अजमेर विभागाध्यक्ष (सिन्धी) रही व सामाजिक कार्यों को बढावा देने हेतु सेवा के क्षेत्र व सामाजिक कार्यों से जुड़ी महिला, दादा गोवर्धन महबूबाणी भारती सम्मान संगीत के क्षेत्र में सेवा, सिन्धी फिल्मों में गाना, लेखन व लाइफ टाइम अचीवमेंट के साथ सम्मान प्राप्त सेवा के क्षेत्र व सामाजिक कार्यों से जुड़ा युवा 40 वर्ष तक, भाउ हरिसुन्दर सम्मान जिन्होने सिन्ध सेें ही शिक्षा व समाज के जरूरतमंद परिवारों की मदद करने के साथ उनके नाम से विद्यालय चल रहे हैं सिंधी भाषा गीत-संगीत में उत्कृष्ट स्कूली बालक, दीदी सुन्दरी केवलरामयणी प्राचार्या, जो राजस्थान के बडे सिन्धी आदर्श कन्या महाविद्यालय में श्क्षिा व राष्ट्रभक्ति से कन्याओं को संस्कारवान बनाने के लिये सिंधी भाषा गीत-संगीत में उत्कृष्ट स्कूली बालिका को क्षैत्रिय पंचायत की ओर से सहमति प्राप्त कर प्रदान किये जायेगे।

पखवाडे में धर्म ध्वजा पूजन सिंधी व्यंजन, नृत्य, गायन, लाडा, क्रिकेट प्रतियोगिताएं, रक्तदान शिविर, सिन्धु रत्न सम्मान, सिन्धियत जी सुहिणी शाम, विचित्र वेशभूषा, चेटीचण्ड व नवसंवत्सर संगोष्ठी, बुजुर्गों, युवाओं, मातृ शक्ति का सम्मान, कोन बनेगा रोकड़ापति व टेलेन्ट हर्ट, सिन्धी लेडीज क्लब का जलसा, मुण्डन हवन जनेउ, पंचाग टिप्पणो विमोचन, मुंबई व दिल्ली के कलाकारों द्वारा प्रस्तुतियां, प्रभात फेरी, मेडिकल कैम्प, चेेटीचण्ड मिलन समारोह, सिन्धु संस्कारों को देते हुए अनेकों धार्मिक व सांस्कृतिक कार्यक्रम शहर की विभिन्न कॉलोनियों व मुख्य स्थानों पर आयोजित होंगे। इस वर्ष 10 अप्रेल को चेटीचंड है ओर इस वर्ष एक महत्वपूर्ण बात यह है कि 10 अप्रैल 1967 को सिन्धी भाषा को मान्यता मिली थी, उस दिन भी चेटीचण्ड था, इतने वर्षों के बाद चेटीचण्ड व सिन्धी मान्यता दिवस एक ही दिन आ रहे है।

यह तय किया गया कि सभी कार्यक्रमों की शुरूआत में अराध्यदेव श्री झूलेलाल प्रार्थना के साथ श्री राम की प्रतिमा लगाकर सभी कार्यक्रमों में सिन्धी भाषा में लिखित हनुमान चालिसा के पाठ लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिये राष्ट्रहित में शत प्रतिशत मतदान करने की भी बैठक में अपील की जायेगी, अजमेर के व्यापारिक संगठनों के पदाधिकारियों से चर्चा कर नवसवंत्सर व चेटीचण्ड के पर्व पर खरीददारी पर उपहार या आकर्षक छूट देने की भी अपील की जायेगी।

बैठक में गिरधर तेजवाणी, लाल नाथाणी, हरी चंदनाणी, जगदीश अभिचंदाणी, जी.डी.वृंदाणी, राधाकिशन आहूजा, प्रकाश जेठरा, जोधा टेकचंदाणी, जयकिशन लख्याणी, नरेन शाहणी भग्त, दिशा किशनाणी, महेश ईसराणी, दयाल शेवाणी, नरेन्द्र बसराणी, रमेश वलीरामाणी, अजीत पमनाणी, हरकिशन टेकचंदाणी, राम बालवाणी, प्रेम केवलरामणी, सोनू निरंकारी, भगवान साधवाणी, मोहन तुलस्यिाणी, अनिल आसनाणी, महेश मूलचंदाणी, अशोक टेकवाणी, कमल शाहणी, राजेश गिदवाणी, घनश्यामदास टेहलाणी,रमेश दरयाणी, गोविन्द रिझवाणी, कुसुम आर्य, पूनम जैनाणी, कचंन खटवाणी, रितु मोतीरामणी सहित अलग अलग संगठनों के पदाधिकारी उपस्थित थे।

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