Ticker

6/recent/ticker-posts

पूना के शोधार्थियों ने शोध संस्थान व दाहरसेन स्मारक का किया भ्रमण

पूना के शोधार्थियों ने शोध संस्थान व दाहरसेन स्मारक का किया भ्रमण

अजमेर (अजमेर मुस्कान)।
पश्चिमी क्षेत्रीय भाषा केंद्र पूना से आए सिंधी भाषा के व्याख्याता और शोधार्थियों द्वारा सिंधुपति महाराजा दाहरसेन स्मारक और सिंध इतिहास एवं साहित्य शोध संस्थान, श्री अमरापुर सेवा घर वृद्धाश्रम व प्रशिक्षण केन्द्र प्रगति नगर, कोटड़ा का भ्रमण किया गया।

पूना से आए सभी सदस्यों को सिंध इतिहास साहित्य शोध संस्थान के अध्यक्ष कंवल प्रकाश किशनानी ने संस्थान अजमेर मैं वर्षों पुरानी सिंधी साहित्य से जुड़ी किताबें व कार्यशैली के बारे में व दाहरसेंन स्मारक का भ्रमण कराकर महाराजा के परिवार के त्याग और बलिदान के बारे में भी जानकारी दी व हिंगलाज माता की पूजा अर्चना के साथ सिंध स्मृति चिन्ह पर धागा बांधकर सिंध को हिन्द में जोड़ने के संकल्प लिया।

संस्था के व्याख्याता जीवत केसवानी ने बताया कि संस्था द्वारा पश्चिम क्षेत्रीय भाषा केंद्र द्वारा सिंधी भाषा का प्रचार प्रसार पूरे भारतवर्ष में अनेक  केंद्रों द्वारा किया जाता है, सिंधी भाषा सीखाने के अलावा रोजगार भी दिया जाता है, अजमेर में इस संस्था का सहयोग दिशा वछानी द्वारा किया जाता है दिशा द्वारा अजमेर के युवाओं और बच्चों को सिंधी भाषा सीखने के लिए जागरूक भी किया जाता रहा है. अजमेर की ही युवा व्याख्याता रिचा मेठानी द्वारा  अजमेर के समस्त सिंधी युवाओं को सिंधी भाषा सीखने के लिए प्रेरित किया जाता है. आज इस मौके पर सभी सदस्यों ने सिंधी साहित्य शोध संस्थान और इससे जुड़े समस्त पदाधिकारी की प्रशंसा करते हुए कहा कि सिंध के इतिहास से जुड़ी वर्षों पुरानी किताबों को संजोए रखना अपने आप में एक बहुत बड़ी उपलब्धि है. इस अवसर पर सिंधी साहित्य शोध संस्थान के अध्यक्ष कवल प्रकाश किसनानी  पुणे से आए व्याख्याता जीवत केसवानी रिचा मेठानी, संस्था की अजमेर सहयोगी दिशा वछानी सिंधी शोधार्थी विजय माने सुवर्णा कांबले उपस्थित रहे।

सचिव शंकर बदलानी ने पूना के आए प्रशिक्षक व शोधकर्ताओं का स्वागत किया।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ