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ई-रिक्शा मालिक को ही ई-रिक्शा चलाना चाहिए, अन्यथा उसे अवैध माना जाएगा : जिला कलेक्टर

अजमेर दरगाह जाने वाले धानमंडी, देहली गेट, पीर मिठा गली ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात को क्या पुलिस-प्रशासन के पास समाधान नहीं ?

https://www.ajmermuskan.page/2022/09/Traffic-problem-on-the-route-to-Ajmer-Dargah.html


ई-रिक्शा मालिक को ही ई-रिक्शा चलाना चाहिए, अन्यथा उसे अवैध माना जाएगा : जिला कलेक्टर
जिला कलेक्टर ने की जनसमस्याओं के सम्बन्ध में मीडिया से चर्चा

अजमेर (अजमेर मुस्कान)।
जिले की विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए मंगलवार को जिला कलेक्टर डॉ. भारती दीक्षित ने द्वारा मीडिया के साथ चर्चा की गई। इस समस्याओं के निवारण के लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया।

जिला कलेक्टर डॉ. भारती दीक्षित ने कहा कि समारोह स्थल, डीजे, पार्किंग तथा अनुपयोगी भोज्य अपशिष्ट के सम्बन्ध में स्थानीय निकाय, पुलिस विभाग तथा यातायात पुलिस के द्वारा कार्यवाही की जाएगी। इन्हें नोटिस जारी कर जुर्माना वसूला जाएगा। समारोह स्थलों द्वारा नियमों के उल्लंघन पर प्रत्येक बार कार्यवाही लगातार की जाएगी। स्कूल बसों के द्वारा विद्यार्थियों को बैठाने के स्थान निर्धारित होंगे। स्कूल बसें तथा वेन स्कूल परिसर में खड़ी करने के लिए विद्यालय प्रबन्धन को पाबन्द किया जाएगा। विद्यालय परिसर के बाहर खड़े वाहनों पर कार्यवाही होगी।

उन्होंने कहा कि आनासागर की साफ-सफाई तथा जलकुम्भी निकालने के लिए नए सिरे से निविदा प्रक्रिया हो। साफ-सफाई के कार्य का वॉल्युम निर्धारित करें। जलकुम्भी हटाने के लिए उदयपुर की पिछोला झील में अपनाई गई प्रक्रिया का अनुसारण किया जाए। अजमेर शहर वेंडिग जोन की सूची से ठेला चालकों को अवगत करावें। नोसर बस स्टेण्ड पर बसों का ठहराव सुनिश्चित हो। आजाद पार्क से बसें हटाने की कार्यवाही करें। ई-रिक्शा मालिक को ही ई-रिक्शा चलाना चाहिए। अन्यथा उसे अवैध माना जाएगा।

उन्होंने कहा कि जेएलएन चिकित्सालय में आपातकालीन ईकाई में वार्ड बॉय हमेशा उपलब्ध रहेंगे। अन्य कार्यो के लिए मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी द्वारा बजट उपलब्ध कराया गया है। शहर की सड़कों के निर्माण तथा खुदाई के मध्य समन्वय स्थापित करने के लिए नगर निगम आयुक्त की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई है। इसके माध्यम से सड़क खुदाई की मॉनिटरिंग की जा रही है। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत किशनगढ़-अरांई परियोजना स्वीकृत हुई है। साथ ही फॉय सागर का पानी उपयोग करने से पेयजल के लिए काफी सुविधा हो जाएगी। अजमेर शहर के सामुदायिक शौचालयों पर ठेकेदारों को निर्धारित शुल्क वसूलने के लिए पाबन्द किया जाएगा। विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर पेशाब करने वालो के चालान बनाए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि बैठक में अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई इनमें बांडी नदी का सीमांकन तय हो, दोनों छोर पक्के हों, रास्तों पर अतिक्रमण हो रखा है उसे हटाया जाए।  किनारों पर पौधारोपण हो एवं जलकुंभी की समस्या का स्थाई समाधान हो। शहर में प्राईवेट बसें एवं ई-रिक्शा बिना स्टॉपेज के कही पर भी रूक जाते है। ट्रेफिक में सुधार हो।  अस्पताल में कई गेट हैं इनमें से दो से ही एन्ट्री और एग्जिट हो। मरीजों से मिलने का समय सुनिश्चित हो। सफाई की व्यवस्था हो। अस्पताल में वेटिंग रूम बने एवं पार्किंग ठेकेदार की मनमानी खत्म हो। अनियिमित जलापूर्ति, कम प्रेशर से पेयजल सप्लाई एवं लीकेज की समस्या है।  एडीए पट्टे जारी नहीं कर रहा है। बड़ी संख्या में आवेदक परेशान है। वेटलैंड और झील सरंक्षण भूमि अवाप्ति का मुआवजा भी अभी तक नहीं दिया गया। स्टेशन रोड पर एडीए और कचहरी रोड पर नगर निगम की दुकानें है। इनकी लीज समाप्त हो चुकी है। ना तो लीज अवधि बढ़ाई जा रही और ना ही दोनों संस्थाएं मास्टर प्लान की अनुपालना में दुकानों को कब्जे में लेकर सड़क को चौड़ा कर पा रही है।

इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर लोकेश कुमार गौतम, अजमेर विकास प्राधिकरण के उपायुक्त सूर्यकान्त शर्मा, नगर निगम की उपायुक्त राजलक्ष्मी गहलोत सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

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1 टिप्पणियाँ

बेनामी ने कहा…
ई रिक्शा पर पाबंदी सही है मालिक ही चलाऐ