48 घण्टे में जलापूर्ति टॉप प्रायोरिटी, 15 दिन में अमल हो
अजमेर (अजमेर मुस्कान)। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी शहर की व्यवस्थाएं सुधारने को लेकर एक्शन मोड में आ गए हैं। उन्होंने पेयजल आपूर्ति सुधारने के लिए जलदाय विभाग को 15 दिन का समय दिया है। उन्होंने चेतावनी दी कि इस अवधि में शहर में 48 घण्टे में पेयजल आपूर्ति नहीं हुई तो अफसर कार्यवाही या शहर से बाहर जाने के लिए तैयार रहें।
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने अजमेर शहर और उत्तर विधानसभा क्षेत्र की पेयजल संबंधी व्यवस्थाओं में सुधार के लिए जलदाय विभाग के अधिकारियों के साथ चर्चा की। उन्होंने शहर में असमान और अनियमित जलापूर्ति पर नाराजगी जताई है। देवनानी ने स्पष्ट रूप से कहा कि शहर में अगले 15 दिन में 48 घण्टे में जलापूर्ति हो। इसके साथ ही अन्य समस्याओं का भी समयबद्ध निराकरण हो। आमजन की समस्याओं के प्रति लापरवाही का रवैया रखने वाले अफसर और कार्मिक कार्यवाही और जिले से बाहर जाने के लिए तैयार रहें।
उन्होंने कहा कि बीसलपुर से अजमेर आ रही सीमेण्टेड पाइप लाइन की मियाद 2021 में समाप्त हो चुकी है। इसे बदलकर स्टील की लाइन बिछाने का प्रस्ताव राजस्थान सरकार को 15 दिवस में भिजवाएं। केन्द्र सरकार की अमृत योजना-2 से राशि 186 करोड़ की लागत से 16 पानी की टंकी एवं 7 पम्प हाउस के निर्माण से अवगत कराएं। विधानसभा क्षेत्र में स्वीकृत 10 ट्यूबवेल और 40 हैण्डपम्पों में से शेष रहे ट्यूबवैल व हैण्डपम्पों को शीघ्र खुदवाने का कार्य कराएं। क्षेत्र में 48 घंटे में पेयजल सप्लाई का वितरण व्यवस्था को समुचित समय पर सुनिश्चित करें एवं इसका शेड्यूल अखबार में छपवाने की व्यवस्था करें ताकि क्षेत्र की जनता को पेयजल आपूर्ति से अवगत हो सके। पूरे शहर में जगह-जगह लीकेज की समस्या का समाधान करें ताकि क्षेत्र की जनता को पेयजल मिल सके।
देवनानी ने कहा कि बिजली ट्रिपिंग की समस्या से हो रही परेशानी से निजात के लिए बैकअप या अन्य कोई व्यवस्था करें। अमृत योजना तृतीय के प्रस्ताव को तैयार करें। बल्क मीटर लगवाने की व्यवस्था को सुनिश्चित करे ताकि समान जल वितरण को सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के समय बीसलपुर को चंबल नदी से जोड़ने की जो प्रयोजना प्रस्तावित थी उस पर कार्य योजना बनाकर सरकार को प्रस्तुत करें। शहर में मीठे पानी के स्त्रोत खोजकर उनका जीर्णोद्धार कराएं ताकि क्षेत्र की जनता को पीने का पानी प्राप्त हो सके। उन्होंने गर्मियों में जल वितरण के लिए फॉयसागर से जलापूर्ति की संभावनाएं तलाशने के निर्देश दिए। इसी तरह अमृत योजना में रातीडांग पानी की टंकी, जल जीवन मिशन के तहत लोहागल व माकड़वाली पानी की टंकी पर भी चर्चा की गई।
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