Ticker

6/recent/ticker-posts

10 लाख से अधिक राशि की जब्ति करने पर आयकर विभाग को शामिल किया जाना आवश्यक : व्यय पर्यवेक्षक

10 लाख से अधिक राशि की जब्ति करने पर आयकर विभाग को शामिल किया जाना आवश्यक : व्यय पर्यवेक्षक

पर्यवेक्षकों ने ली समीक्षा बैठक

अजमेर (अजमेर मुस्कान)। विधानसभा आम चुनाव-2023 के लिए निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त पर्यवेक्षकों ने बुधवार को विधानसभा आम चुनाव के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक ली। इसमें  जिला निर्वाचन अधिकारी डाॅ. भारती दीक्षित, पुलिस अधीक्षक चूनाराम जाट एवं विभिन्न प्रकोष्ठों के प्रभारियों ने तैयारियों एवं किए गए कार्यो से अवगत कराया। 

सामान्य पर्यवेक्षक राजीव कुमार ने कहा कि चुनाव के दौरान मदिरा जैसे मादक पदार्थ मतदाता को प्रभावित कर सकते हैं। इससे बचने के लिए लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रा की सीमा से जुडे़ जिलों के दलों के साथ समन्वय रखकर कार्य करें। आपस में सूचनाओं का त्वरित आदान-प्रदान सुनिश्चित किया जाए। मादक पदार्थों की तस्करी करने वाले असामाजिक तत्वों पर नकेल लगाने के लिए उनकी सोच से आगे चलना होगा। मादक पदार्थों के वितरण और भण्डारण के तन्त्रा को चिन्हित कर तोड़ने की दिशा में कार्य करें। 

उन्होंने कहा कि पुष्कर मेले के दौरान सुरक्षा व्यवस्था के लिए अतिरिक्त जाप्ते की व्यवस्थाए की जाए। विभिन्न अभ्यर्थियों के प्रचार-प्रसार में लगी गाडियों पर समस्त दल पेनी नजर रखेंगे। अनुमति प्राप्त वाहनों के अतिरिक्त अन्य वाहनों पर कार्यवाही कर उनका व्यय सम्बन्धित उम्मीदवार के खाते में जोड़ा जाए। अनुमति की सूचना परिवहन विभाग को भी दी जाए।

सामान्य पर्यवेक्षक मौसमी चट्टराज चौधरी ने कहा कि चुनावों के दौरान बाहर से आने वाले सन्दिग्ध व्यक्तियों पर नजर रखने के लिए होटल एवं पर्यटन क्षेत्रों पर फोकस किया जाए। होटलों में ठहरने वाले व्यक्तियों की जानकारी लेकर सन्दिग्धों को चिन्हित करें। मदिरा की बिक्री एवं उत्पादन में अन्य स्थानों पर होने वाले असामान्य परिवर्तन की जानकारी प्राप्त करने से उसका दूसरे स्थान पर उपयोग होने की सम्भावना कम होगी। अजमेर जिले में होने वाले असामान्य जीएसटी रिवर्स अनुपात का लगातार अवलोकन किया जाए। अपंजीकृत व्यापारियों के साथ होने वाला ट्रांजेक्शन जांच के दायरे में होना चाहिए। 

सामान्य चुनाव पर्यवेक्षक श्रेया पी. सिंह ने कहा कि एफएसटी स्थान बदल -बदल कर कार्यवाही करें। सामान्य पर्यवेक्षक डाॅ. आर. नन्थागोपाल ने भी अपने विचार व्यक्त किए। 

व्यय पर्यवेक्षक दरसी सुमन रत्नम ने कहा कि 10 लाख से अधिक राशि की जब्ति करने पर आयकर विभाग को शामिल किया जाना आवश्यक है। इसके साथ ही विभिन्न बैंकों के माध्यम से भी 10 लाख से अधिक राशि के हस्तान्तरण की सूचना भी निर्वाचन विभाग तथा आयकर विभाग को उपलब्ध कराई जाए। क्षेत्रा में जांच का कार्य रणनीतिक रूप से करने की आवश्यकता है। इस दौरान आम जन को परेशानी नहीं होनी चाहिए। खनन गतिविधि वाले क्षेत्रों में एफएसटी के द्वारा स्थान में परिवर्तन कर कार्यवाही करनी चाहिए। 

उन्होंने कहा कि आयकर विभाग को विभिन्न माध्यमों से प्राप्त इनपुट्स को पुलिस विभाग के साथ भी साझा किया जाए। चुनाव के दौरान उपहार के लिए काम में ली जा सकने वाली सामग्री के अवैध गोदामों का चिन्हीकरण कर कार्यवाही की जानी सुनिश्चित की जाए। ट्रेवल्स एजेन्सियों के माध्यम से सामान का अवैध परिवहन होना संज्ञान में आया है। इसे रोकने के लिए सम्बन्धित विभाग आपस में टीम बनाकर कार्यवाही करें। परिवहन विभाग द्वारा वाहनों का औचक निरीक्षण करना चाहिए। मालवाहक ट्रकों का जांच कार्य अलग-अलग स्थानों पर हो। ट्रकों में लदी सामग्री की जांच के लिए सम्बन्धित विभागों का सहयोग लिया जाए। 

पुलिस पर्यवेक्षक सुरेश कुमार चाडीव ने कहा कि मादक पदार्थों से चुनाव में मत प्रभावित हो सकते है। इनकी प्रभावी रोकथाम आवश्यक है। पुलिस पर्यवेक्षक श्री उमेश कुमार ने भी अपने विचार रखे। उन्होंने कानून एवं पुलिस व्यवस्था के बारे में आवश्यक निर्देश प्रदान किए। 

व्यय पर्यवेक्षक सुनिल कुमार यादव ने कहा कि राजमार्गों तथा अन्य सड़कों पर संदिग्धों पर नजर रखनी चाहिए। निर्वाचन विभाग द्वारा व्यय संवेदनशील क्षेत्रा घोषित किए गए है। इनमें अतिरिक्त एफएसटी लगाई जाए। दल के द्वारा क्षेत्रा में जांच की आवृति को बढ़ाएं। 

व्यय पर्यवेक्षक अभिषेक कुमार सिंह ने कहा कि एकीकृत अजमेर जिले में की गई कार्यवाही इसी जिले की कार्यवाहियों में शामिल होनी चाहिए। इसके लिए सूचना को स्त्रोत कहीं और से भी हो सकता है। 

इस अवसर पर उप जिला निर्वाचन अधिकारी राजेन्द्र सिंह, अजमेर विकास प्राधिकरण के आयुक्त श्रीनिधि बी.टी., उपायुक्त सूर्यकांत शर्मा सहित विभिन्न प्रकोष्ठों के प्रभारी उपस्थित रहे।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ