Ticker

6/recent/ticker-posts

ज्योतिराव फूले ने छुआछूत मिटाने व महिला शिक्षा में मुख्य भूमिका अदा की : पंडित दामोदर दाधीच

ज्योतिराव फूले ने छुआछूत मिटाने व महिला शिक्षा में मुख्य भूमिका अदा की : पंडित दामोदर दाधीच

प्राचीन सिन्धी शिव मन्दिर व जन सेवा समिति ने स्मृति दिवस पर ज्योतिराव फूले को किया नमन   

अजमेर (अजमेर मुस्कान)। विख्यात समाज सुधारक और छुआछूत का विरोध करने वाले महात्मा ज्योतिराव फूले के स्मृति दिवस के अवसर पर प्राचीन सिन्धी शिव मन्दिर गंज में महात्मा फूले को नमन किया गया।

मन्दिर के पंडित दामोदर दाधीच ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि महात्मा ज्योतिराव फूले ने छुआछूत मिटाने व महिला शिक्षा में अपनी मुख्य भूमिका अदा की और हमेशा ही छुआछूत का विरोघ किया। अध्यक्ष भागचन्द दौलतानी ने कहा कि महात्मा ज्योतिराव फूले की पत्नी सावित्री बाई फूले ने भी महिला शिक्षा के क्षत्र में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। 

कार्यकारी अध्यक्ष ताराचन्द लालवानी और महासचिव रमेश लालवानी ने बताया कि ज्योतिराव फूले का पूरा नाम ज्योतिराव गोविन्दराव फूले था और बताया कि उनका जन्म 11 अप्रेल 1827 में काठगुन में और निधन 28 नवम्बर 1890 को पूणे में हुआ। महात्मा ज्योतिराव न केवल समाज सुधारक बल्कि महिला शिक्षा के क्षेत्र और दुआछूत मिटाने के लिए आजीवन प्रयास किये।

पण्डित कमलेश दुबे ने बताया कि महात्मा ने महिला शिक्षा को बडावा देने और छुआछूत का विरोध का कार्य प्रमुखता से किया। वर्चुअल रूप से बदरुद्दीन कुरेशी, सरदार बलबीर सिंह, लत्ता भैरूमल बच्चानी व राजेश लालवानी ने सहित अन्य ने महात्मा ज्योतिराव फूले को उनकी पुण तिथि पर नमन किया। व्यापारिक ऐसोसिएशन गंज के महासचिव गोविन्द लालवानी ने बताया कि मन्दिर में पूजन आरती करके महात्मा ज्योतिबा फूले को नमन किया गया।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ