अजमेर (अजमेर मुस्कान)। स्वतंत्र भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री शिक्षाविद मौलाना अबुल कलाम आजाद की 121वीं जयंती आजाद पार्क में हर्षोल्लास के साथ मनाई गई ।
इस अवसर पर मौलाना अबुल कलाम आजाद संस्थान के संस्थापक अध्यक्ष डॉ सैयद मंसूर अली ने कहा कि अबुल कलाम शिक्षाविद के साथ साथ समाज सुधारक, स्वतंत्रता सेनानी भी थे । 1947 से 1958 तक शिक्षा मंत्री रहे । इसी कारण आज के उनके जन्मदिन को राष्ट्रीय शिक्षा दिवस के रूप में मनाया जाता हैं । संस्थान के उपाध्यक्ष कमल गंगवाल ने कहा कि आजाद भारत में शिक्षा प्रणाली की नींव रखने में महत्वपूर्ण योगदान रहा । उसी के फलस्वरूप आज आधुनिक शिक्षा में भारत अग्रणी हैं । इससे पूर्व संस्थान के सदस्यो ने मूर्ति के आसपास सफाई कर पानी से धुलाई की । तत्पश्चात मूर्ति पर माल्यार्पण कर अबुल कलाम जिंदाबाद के नारों से क्षेत्र को गुंजायमान कर दिया ।
इस अवसर पर सैयद मंसूर अली, कमल गंगवाल, सैयद रब नवाज़ जाफरी, राजेंद्र गांघी, ऐतेज़ाद अहमद खान, एडवोकेट मंज़ूर अली, हसन मोहम्मद खान, फ़रीद हुसैन, मोहम्मद अहमद सहित अन्य उपस्थित थे ।
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