अजमेर (अजमेर मुस्कान)। रामनगर और नौसर घाटी और आसपास के क्षेत्र में पिछले कई दिनों में उत्पात मचाने वाले बंदरों को जयपुर की फर्म की टीम ने मशक्कत कर पकड़ लिया।
टीम के कालूराम गुजर और सिराजु कुरैशी ने बताया बंदरों को जाल में फांसने के लिए पहले केले खिलाए, फिर थोड़ी-थोड़ी मूंगफली खिलाकर पिंजरे की और लेकर आए। एक बड़ा पिंजरा और दो छोटे पिंजरे वहां पहले से ही लगाए गए थे, बंदर मूंगफली खाते हुए छोटे पिंजरे में आ पहुंचे। उसके आगे ही बड़ा पिंजरा था, टीम ने जैसे ही बड़े पिंजरे में मूंगफली डाली, पाँचों बंदर उसमें जा पहुंचे। पिंजरे का दरवाजा बंद कर दिया गया। टीम ने बताया कि शहर से करीब 40 से 50 किमी दूर जंगलों में इन बंदरों को छोड़ा जाएगा ताकि बंदर दुबारा शहर की ओर ना आ सकें।
नौसर घाटी और रामनगर में पकड़े गए बंदर उत्पाती हैं। वह रोजाना सुबह और शाम को एक निश्चित समय पर घरों की छत के रास्ते भीतर घुसते और सामान उठाकर ले जाते। कई घरों में गमले, कांच के बर्तन सहित अन्य सामान तोड़ देते। फ्रिज खोलकर फल-सब्जी व अन्य खाने-पीने का सामान खा जाते। लोगों ने इनसे बचाव के लिए लाठी दिखाकर भगाया तो काटने पर उतारू हो गए। परेशान क्षेत्रवासियों ने नगर निगम से शिकायत कर उत्पाती बंदरों से निजात की गुहार लगाई थी।
बंदर पकड़ने वाली यह टीम निगम के सभी 80 वार्डों में उत्पाती बंदर पकड़ेगी। यदि किसी क्षेत्र में बंदर उत्पात मचा रहे हैं तो इसकी शिकायत नगर निगम से की जा सकती है। लोगों की शिकायत पर त्वरित एक्शन लिया जाएगा।
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