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जयपुर में प्रदेश कार्यसमिति बैठक का आयोजन


जयपुर में प्रदेश कार्यसमिति बैठक का आयोजन

सिन्धु सभा के निर्विरोध प्रदेशाध्यक्ष बने वाधवाणी

अजमेर (अजमेर मुस्कान)। भारतीय सिन्धु सभा राजस्थान के आगामी तीन वषों के लिये मोहनलाल वाधवाणी निर्विरोध प्रदेशाध्यक्ष निर्वाचित किये गये। प्रदेष कार्यसमिति की जयपुर में आयोजित बैठक में नवनिर्वाचित महानगर व जिला अध्यक्षों की उपस्थिति में आयोजित चुनाव में निर्वाचन किया गया। निर्वाचन प्रक्रिया केन्द्र की ओर से आये चुनाव प्रभारी मुकेश लख्वाणी (गांधीधाम) की देखरेख में आयोजित किये गये।

प्रदेष चुनाव प्रभारी ईश्वर मोरवाणी ने बताया कि केन्द्र के मार्गदर्शन में प्रदेष की सभी ईकाईयों में सदस्यता कर महानगर व जिला अध्यक्षों के चुनाव सम्पादित करवाये। बैठक में सभी संभाग प्रभारियों के साथ  निर्वाचित पदाधिकारियों का सम्मान किया गया।

बैठक की शुरूआत में राष्ट्रीय मंत्री रहे महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने 1979 से गठित भारतीय सिन्धु सभा संगठन की विस्तृत जानकारी देते हुये कहा कि प्रत्येक तहसील स्तर तक राज्य में ईकाईयों का गठन किया जा चुका है और अध्यक्ष मंत्री सहित कार्यकारिणी समाज के हर वर्ग को जोडकर कार्यक्रम आयोजित कर रही है। ईकाईयों की ओर वार्षिक कलण्डर की कार्यक्रमों का आयोजन करने के साथ प्रदेष में बडे सम्मेलनों का भी आयोजन किया गया है जिसमें महामण्डलेश्वर हंसराम उदासीन सहित संत महात्माओं के साथ सामाजिक, धार्मिक व शैक्षणिक संगठन के सहयोग से समाज में जुडाव हो रहा है। प्रदेष की ओर सिन्धी विष्वविद्यालय गठन के लिये भारत सरकार से पत्राचार कर रहा है।

प्रदेष भाषा व साहित्य मंत्री डॉ. प्रदीप गेहाणी व नवल किशोर गुरनाणी ने बताया कि राष्ट्रीय सिन्धी भाषा विकास परिषद द्वारा आयोजित होने वाले अलग अलग कोर्स में बच्चे डिप्लोमा/सर्टीफिकेट कोर्स में सम्मिलित हो रहे हैं। संगठन की ओर से विद्यार्थियों के लिये सिन्धी बाल संस्कार शिविरों में भी भाषा व संस्कृति का ज्ञान बढाने का सफल प्रयास किया जा रहा है व युवा पीढी व विद्यार्थी सिन्धी भाषा से जुड रहे हैं।

बैठक का शुभारंभ आराध्यदेव झूलेलाल व भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन कर किया गया। स्वागत भाषण डॉ. कैलाष शिवलाणी व आभार हीरालाल तोलाणी ने प्रकट किया। संचालन दीपेश सामनाणी ने किया। समापन सामूहिक राष्ट्रगान से किया गया।

बैठक में विष्णुदेव सामताणी, शोभा बसंताणी, मूलचन्द बसंताणी, वासदेव टेकवाणी, इन्दर रामाणी, कमल राजवाणी, गिरधारी ज्ञानाणी, राजकुमार दादवाणी, मनीष गुवालाणी, मोहन तुलस्यिाणी, घनष्याम मेघवाणी, प्रकाश फूलाणी,  नरेन्द्र बसराणी सहित पदाधिकारी उपस्थित थे।

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