Ticker

6/recent/ticker-posts

हरित न्याय अभियान का तीन मिनट में तीन हजार पौधे लगाकर किया शुभारंभ

हरित न्याय अभियान का तीन मिनट में तीन हजार पौधे लगाकर किया शुभारंभ

अजमेर (अजमेर मुस्कान)। 
राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अजमेर व ग्रीन आर्मी के संयोजक कुलदीप गहलोत पैनल अधिवक्ता के संयुक्त तत्वावधान में माकड़वाली रोड से भेरूवाड़ा चौराहा तक 3.5 किमी में तीन मीनट में तीन हजार पौधे लगाने का रिकॉर्ड बनाकर हरित न्याय अभियान 2023 का शुभारम्भ किया गया है। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि संगीता शर्मा अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (जिला एवं सेशन न्यायाधीश) रही। अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं रामपाल जाट सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा पौधारोपण किया गया। 

इस अवसर पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सीमा ढाका व अन्य अधिकारीगण, सिद्ध भटनागर, ग्रीन ग्रहणी की नीलू गप्ता, आभा गांधी, संजय सेठी, दीपक शर्मा, राजेंद्र गांधी, अभय सांखला, उपमहापौर नीरज जैन, अजमेर दक्षिण विधायक अनिता भदेल सहित अनेक गणमान्य नागरिकों द्वारा भी कार्यक्रम में भाग लेकर पौधारोपण किया गया। अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा बताया गया कि हरित न्याय अभियान तीन माह तक चलेगा जिसके तहत लगाए गए पौधों की सार संभाल भी की जाएगी। उन्होंने बताया कि संविधान के अनुच्छेद 51–ए(जी) में सभी नागरिकों का मौलिक कर्तव्य दिया गया है ये पर्यावरण की सुरक्षा और उसके संवर्धन में योगदान करें। साथ ही भाग 4 में नीति निर्देशक तत्वों में अनुच्छेद 48 ए में पर्यावरण एवं वन्यजीवों के संरक्षण की आवश्यकता की बात की गई है और पर्यावरण संरक्षण को राज्य की जिम्मेदारी के रूप में दर्शाया गया है। साथ ही उन्होंने वृक्षारोपण के महत्व को समझाते हुए कहा कि वृक्ष सभी जीवित प्राणियों के अस्तित्व में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और मानव जाति का अस्तित्व सभी पर्यावरण एवं जीवित प्राणियों के अस्तित्व पर ही निर्भर करता है। वृक्षारोपण हमें पृथ्वी के पारिस्थितिकी तंत्र को बनाए रखने और मानवता के साथ-साथ अन्य सभी जीवित प्राणियों का पोषण करने में मदद करता है। इसके अलावा वृक्ष जल की संचयन की प्रक्रिया को बढ़ावा देते हैं और भूमि के जलस्तर को सुधारते हैं। 

सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा बताया गया कि पर्यावरण संरक्षण के लिए विधिक सेवा प्राधिकरण का योगदान भी कम महत्व का नहीं है। यदि जमीनी स्तर पर प्रयास कर सघन वृक्षारोपण को एक महाअभियान के रूप में संचालित करें तो सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। इसके अलावा पर्यावरण संरक्षण के महत्व को लोगों तक पहुँचाने के लिए जागरुकता अभियान भी चलाया जा रहा है और विधिक तथा सांविधानिक प्रावधानों की जानकारी को लोगों तक पहुँचाया जा रहा है। साथ ही जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा वन विभाग, नगर पालिका, स्थानीय प्रशासन, गैर सरकारी संगठनों और अन्य हितधारकों के साथ समन्वय स्थापित करने हेतु पत्र भी लिखा गया। कार्यक्रम में 42 संस्थाओं ने हिस्सा लिया । साथ ही विभिन्न स्कूल के छात्र छात्राये, स्टाफ, अभिभावक, स्काउट, एनसीसी, सीआरपीएफ के 3 हजार से ज्यादा सदस्यो ने भाग लिया । इस पौधारोपण को एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज किया गया । टीम द्वारा सर्टिफिकेट प्रदान किया गया । इसके तहत 2600 पौधे कनेर के डिवाइडर पर लगाए गए । 400 पौधे नीम आदि के सड़क के दोनो ओर ट्री गार्ड सहित लगाए गए । कार्यक्रम के अंत में अतिथियों द्वारा खुले आसमान में तिरंगे गुब्बारे छोड़ कर पर्यावरण सरंक्षण का संदेश दिया गया ।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ