जोधपुर (अजमेर मुस्कान)। आशापूर्णा नगर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के छ्ठे दिन रविवार को कृष्ण -रुक्मणी विवाह का प्रसंग सुनाया।
इस अवसर पर कथावाचक संत नित्यमुक्ता महाराज ने कहा कि भागवत श्रवण से मनुष्य के पापों का नाश हो जाता हैं। ईश्वर की भक्ति में ही शक्ति निहित है। उन्होंने महारास गोपी विरह, कृष्ण रुक्मणी विवाह आदि के प्रसंगों का वर्णन किया। कृष्ण -रुक्मणी विवाह में आयोजन समिति द्वारा बढ़-चढक़र कन्यादान किया। महिलाओं ने बधाई व मंगलगीत गाए। श्रीकृष्ण -रुकमणीजी के जयकारों से संपूर्ण वातावरण धर्ममयी हो गया। वहीं कथा के दौरान गाए गए भजनों पर महिला श्रद्धालुओं ने नृत्य किया मुख्य अतिथि पं.महेंद्र व्यास ने यजमानों से वैदिक मंत्रोचार के बीच विवाह सम्पन्न कराया।
समाजसेवी सोहन कंवर परिहार की स्मृति में आयोजित इस कथा की पूर्ण आरती सोमवार को होगी।
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