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बच्चों में ओरल हाइजीन के प्रति अभिभावक हों गंभीर

बच्चों में ओरल हाइजीन के प्रति अभिभावक हों गंभीर

बचपन में दांतों की अनदेखी जिंदगी भर पीड़ा का कारण ना बने - डॉ कनिका

अजमेर (अजमेर मुस्कान)।  बच्चों में ओरल हाइजीन को मेंटेन रखने के प्रति अभिभावकों को बहुत गंभीर होना चाहिए। बचपन में दांतों की सफाई के प्रति अनदेखी जिंदगी भर पीड़ा का कारण बन जाती है।

मित्तल हॉस्पिटल की बच्चों के दांतों की डॉक्टर कनिका सिंघल ने अभिभावकों से अपेक्षा की है कि वे बच्चों के दांतों की सफाई और देखभाल के प्रति भी उतना ही ध्यान दें जितना वे बच्चों की पढ़ाई पर देते हैं। पढ़ाई का रिपोर्ट कार्ड जांचने की तरह ही अभिभावक बच्चों के दांतों को भी समय-समय पर जांचते रहें तो वे अपने बच्चों को बड़े होने पर दांतों की तकलीफ से बहुत हद तक बचा सकते हैं।

डॉ कनिका सिंघल मयूर सीनियर सैकंडरी स्कूल के नर्सरी से पांचवीं कक्षा तक के सैकंड़ों बच्चों के दांतों का परीक्षण करने पर यह बात साझा कर रही थीं।  मयूर स्कूल के पांचवीं तक के समस्त विद्यार्थियों का इनदिनों मित्तल हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर की ओर से नि:शुल्क दंत परीक्षण किया जा रहा है। डॉ कनिका ने पाया कि अभिभावकों को पता ही नहीं होता कि बच्चों के दूध के दांत में कीड़ा लग गया था और वह खोखला हो गया उसकी जगह पर नया पक्का दांत भी बन गया है किन्तु वह एक सीध में ना होकर मुंह में आगे—पीछे हो गया है। उन्होंने पाया कि बहुत से बच्चों के मुुंह में स्मेल आती है ऐसा उनके दांतों में मेल जमा होने की वजह से है। बच्चों के द्वारा ब्रश सही तरीके से नहीं किया जा रहा है। दांतों को दिन में दो बार साफ किया जाना चाहिए। खासकर बच्चों को तो रात सोने से पहले एक बार ब्रश जरूर कराकर ही बिस्तर पर भेजें। उन्होंने बताया कि बहुत से मामलों में उन्होंने पाया कि जिस बच्चे के दूध के दांत में कीड़ा लगा था बड़े होने पर उनके बने पक्के दांतों में भी कमजोरी अथवा तकलीफ बनी रहती है। इसका बचाव यही है कि बच्चों को बचपन से ही दांतों की ठीक से देखभाल के लिए जागरूक किया जाए। बच्चों को ओरल हाइजीन मेंटेन कैसे करना है यह ठीक से सिखाने और उसका निरंतर फोलोअप लेते रहने की महत्ती जरूरत है।

स्कूल के विद्यार्थियों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करने और उनके स्वास्थ्य का समय-समय पर परीक्षण कराने के प्रति स्कूल प्राचार्य संजय खाती, प्राइमरी क्लास हेड श्रीमती सुमोना गुप्ता एवं स्कूल के प्रशासनिक अधिकारी जितेन्द्र मीरानी का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

मयूर स्कूल के प्राचार्य संजय खाती ने मित्तल हॉस्पिटल के डायरेक्टर डॉ दिलीप मित्तल एवं उनकी टीम का मयूर स्कूल की ओर से धन्यवाद ज्ञापित किया। मित्तल हॉस्पिटल की तरफ से वरिष्ठ जनसम्पर्क अधिकारी नितेश भारद्वाज ने शिविर का संयोजन किया।

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