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सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन पर ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम आयोजित

सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन पर ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम आयोजित

अजमेर (अजमेर मुस्कान)।
सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन के 1354वें जयंती के अवसर पर सात दिवसीय कार्यक्रमों में आज  सिंधुपति महाराजा दाहरसेन प्रश्नोत्तरी ऑनलाइन का कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें युवाओं व इतिहास से जुड़े लोगों ने बढचढ कर हिस्सा लिया।

सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन के जीवन, महारानी लाडी बाई, पुत्रियां राजकुमार परमल, सुर्य कुमारी स्मारक पर दर्शनीय स्थल संबंधित प्रश्नों के उत्तर लोगों द्वारा ऑनलाइन दिए गए। विजेता को 25 अगस्त 2023 को महाराजा दाहरसेन स्मारक पर होने के सांस्कृतिक व सम्मान समारोह में सम्मानित किया जाएगा। कार्यक्रम का संचालन डॉ. हरीश बेरी व मोहन कोटवानी द्वारा किया गया। आभार कंवल प्रकाश किशनानी द्वारा किया गया।

रूपलो कोली के जीवन को करें पाठ्यक्रमों में शामिल

दाहर सेन स्मारक पर संगोष्ठी में शिक्षाविद की आम राय

स्वतंत्रता संग्राम में शहीद सिंध के वीर सपूत रूपलों कोली के जीवन को स्कूली और महाविद्यालय स्तर पर पाठ्यक्रमों में शामिल किया जाए। जिससे युवा पीढ़ी को एक ऐसे व्यक्तित्व से परिचय हो सके। जिसने देश की आजादी के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए थे। इतिहास के अमर शहीदों में प्रमुख रूपलो ने अंग्रेजी साम्राज्य के समक्ष कभी घुटने नहीं ठेके और 8000 वीर सिपाहियों के साथ सिंध की आजादी के लिए शहीद हो गए।

हरीभाऊ उपाध्याय नगर स्थित महाराजा दाहरसेन स्मारक पर मंगलवार को आयोजित रूपलो कोहली के शहीद दिवस पर आयोजित संगोष्ठी में मुख्य वक्ता शिक्षाविद प्रोफेसर मनोज बेहरवाल ने उक्त उद्बोधन दिया, उन्होंने कहा कि रुपालो कोली एक विराट व्यक्तित्व के धनी थे तथा राष्ट्रभक्ति के प्रेरणा सूत्र बनाकर पूरे सिंध प्रांत में आजादी की अलख जगाई थी। सन 1843 से 16 वर्षों तक लगातार अपनी पारंपरिक युद्ध कौशलता के साथ अंग्रेजी शासन के विरुद्ध लड़ते रहे।  उनका संपूर्ण जीवन एक सच्चे देशभक्त के रूप में याद किया गया द्य इस तरह की संगोष्ठी और पाठ्यक्रमों के माध्यम से ऐसे इतिहास पुरुष को वर्तमान में याद किया जाना चाहिए। समारोह में शिक्षाविद मधु मोहन रंगा एवं डॉ लक्ष्मी ठाकुर ने अपने उद्बोधन में कहा कि रुपलो कोली ने अंग्रेजों के आधिपत्य को खत्म करने हेतु जीवन भर संघर्ष किया। उनका जीवन देशभक्ति और वीरता से ओतप्रोत रहा। जिनकी अगुवाई में हजारों अनुयाई देश की स्वाधीनता के लिए तैयार हुए। मंच संचालन महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने किया।

जयंती समारोह सिन्धुपति महाराजा दाहरसेन विकास व समारोह समिति के साथ नगर निगम, अजमेर विकास प्राधिकरण, पर्यटन विभाग, भारतीय सिन्धु सभा, सिन्धु साहित्य एवं इतिहास शोध संस्थान अजमेर, अखिल भारतीय कोली समाज, अजमेर, भारतीय इतिहास संकलन समिति का सहयोग रहता है।

कल के कार्यक्रम: महाराजा दाहरसेन के दिनांक 24 अगस्त 2023 को सायं 06 बजे हिंगलाज माता की मूर्ति व महाराजा दाहरसेन की प्रतिमा पर दीपदान किया जाएगा।

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