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अब गौवंश मेें भी होंगे भू्रण प्रत्यारोपण

अब गौवंश मेें भी होंगे भू्रण प्रत्यारोपण

अजमेर (अजमेर मुस्कान)।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बजट घोषणा के अनुसार जिले के दुधारू देशी गौवंश के लिए बहुउद्देशीय पशु चिकित्सालय अजमेर द्वारा भू्रण प्रत्यारोपण की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी।

पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. नवीन परिहार ने बताया कि इस भू्रण प्रत्यारोपण योजना के तहत जिले के गीर गौवंश नस्ल के उच्च अनुवांशिक क्षमता वाले गौवंश का पालन करने वाले प्रगतिशील पशुपालकों एवं गौशाला का चयन किया जाएगा। इन प्रगतिशील गोपालकों एवं निराश्रित गौवंश को आश्रय देने वाली गौशालाओं में संधारित स्वस्थ मादा गौवंश में हीट सिंक्रोनाईजशेन  एवं भ्रूण प्रत्यारोपण द्वारा उन्नत गौवंश की संतति का उत्पादन कर गीर नस्ल के संरक्षक एवं संरक्षकों को बढावा दिया जाएगा।

उन्होंने बताया कि इस योजना का उद्देश्य जिले में गीर नस्ल उच्च आनुवांशिक वरीयता गौवंश का पालन करने वाले पशुपालकों की पहचान करना है। उच्च आनुवांशिक गुणों से युक्त अण्डाणु को उच्च आनुवांशिक गुणों से युक्त शुक्राणु से निषेचित करवाकर प्राप्त विकसीत भ्रूण को प्रगतिशील गोपालक एवं गौशालाओं में संधारित स्वस्थ मादा गौवंश (सेरोगेट) में प्रत्यारोपित किया जाएगा। जिले में गीर नस्ल के उन्नत व उच्च आनुवांशिक वरीयता प्राप्त गौवंश की संख्या में वृद्वि से गोपालन को बढावा होगा। इससे प्रति गौवंश दुग्ध उत्पादन क्षमता में वृद्धि होगी।

उन्होंने बताया कि इस योजना के लिए पात्रता निर्धारित की गई है। जिले के प्रगतिशील गोपालक द्वारा 10 से 20 मादा गौवंश का संधारण किया जाना चाहिए। निराश्रित गौवंश को आश्रय देने वाली पंजीकृत गौशाला में देशी स्वस्थ मादा गौवंशी पुशओं की संख्या 250 से अधिक होने पर चयन किया जाएगा। गौवंश का चयन गौवंश के स्वास्थ्य, रखरखाव, प्रबन्धन की स्थिति एवं आयु, गर्भधारण के लिए अनुकुलता के आधार पर किया जाएगा। विभाग द्वारा प्रगतिशील गोपालक एवं गौशाला के चयनित गौवंश के प्रत्येक भू्रण प्रत्यारोपण पर अनुमानित रूपए 25 हजार व्यय किया जाएगा। विभाग द्वारा चयनित पशुपालकों को यह सुविधा निःशुल्क उपलब्ध करवाई जाएगी।

उन्होंने बताया कि स्वस्थ्य मादा गौवंश को सेरोगेसी के लिए चयन कर हॉमोन उपचार प्रक्रिया उपरान्त निर्धारित समय पर सेरोगेट मादा के गर्भाशय में भू्रण का प्रत्यारोपण किया जाएगा। प्रत्यारोपण के पश्चात भू्रण का क्रमिक विकास सेरोगेट मादा के गर्भाशय में होगा। इस दौरान आवश्यक उपचार प्रक्रिया जारी रखी जाएगी। इस योजना का लाभ लेने के लिए पशुपालक बहुउद्देशीय पशु चिकित्सालय शास्त्रीनगर से सम्पर्क कर सकते है।  इस महत्वपूर्ण योजना के फलस्वरूप राजस्थान दुग्ध उत्पादन की दिशा में अधिक प्रगति कर पाएगा। पशुपालकों की आय को दुगुनी करने में महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। वर्तमान में दुग्ध उत्पादन में राजस्थान का भारत में प्रथम स्थान है। इस योजना से जिले के गोपालकों को उच्च अनुवांशिक वरीयता प्राप्त संतति की प्राप्ति होने से गौवंश की दुग्ध उत्पादन क्षमता में वृद्धि होगी।

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