देश की अखण्डता के लिए दाहरसेन को स्थापित करना होगा राष्ट्रनायक - लखावत
अजमेर (अजमेर मुस्कान)। पूर्व सांसद ओंकार सिंह लखावत ने आज यहां कहा है कि देश की अखण्डता को बनाये रखने के लिए महाराजा दाहरसेन को राष्ट्रनायक के रूप स्थापित करना होगा, उनका सम्पूर्ण जीवन राष्ट्र रक्षा को समर्पित रहा एवं उनके बलिदान से प्रेरणा लेकर देश की अस्मिता एवं सुरक्षा के लिए आवश्यक है कि उनको मन में बसाए एवं उनके विचारों को आत्मसात करें।
हरिभाऊ उपाध्याय नगर विस्तार स्थित दाहरसेन स्मारक पर बुधवार को आयोजित संगोष्ठी में मुख्य अतिथि लखावत ने अखण्ड भारत के प्रहरी महाराजा दाहरसेन के जीवन पर विचार व्यक्त करते हुए कहा कि उनका सम्पूर्ण परिवार राष्ट्र की रक्षा करते हुए अपने प्राणों को न्यौछावर कर दिया।
भारतीय इतिहास संकलन व महर्षि दयानन्द विश्वविद्यालय सिन्धु शोध केन्द्र, के तत्वावधान में सिंधुपति महाराजा दाहरसेन के 1311वां बलिदान दिवस के अवसर पर समारोह की अध्यक्षता करते हुए प्रोफ़ेसर मधुर मोहन रंगा ने महाराजा दाहरसेन के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि सिंधु संस्कृति की यशोगाथा हमें देश के लिए आत्मोस्तर्ग करने की सदैव प्रेरणा देती रहेगी।
संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में डॉ अरविंद पारीख ने महाराजा दाहरसेन के शासन काल की प्रमुख उपलब्धियों का विस्तृत विवेचन किया। उन्होंने कहा कि युद्ध के मैदान में भी राजा दाहिर धर्म, नारी एवं गौ रक्षा के प्रति संवेदनशील थे। समारोह के अंत में सभी आभार पूर्व उपमहापौर संपत सांखला ने प्रदान किया।
संगोष्ठी में जितेंद्र जोशी ने सिंध प्रदेश की राजनीतिक पृष्ठभूमि का विस्तृत वर्णन किया। सरिता गौतम ने दाहरसेन की वीर कन्याओं के बलिदान के बारे में वृतांत प्रस्तुत किया। डॉ हरीश बेरी ने सिंध की सांस्कृतिक विरासत के बारे में अपने विचार प्रकट किए।
संगोष्ठी में आयोजन समिति के संयोजक कंवल प्रकाश किशनानी ने सभी का स्वागत करते हुए कार्यक्रम की जानकारी दी इस अवसर पर अरविंद यादव, विनित लोहिया, डॉ. किशनी फुलवानी, रमेश खेमानी, दुर्गा प्रसाद शर्मा, राजेश टेकचंदानी, पुरूषोतम तेजवानी, बी.एल. वैष्णव, दीपक गुर्जर, विशाल साहू, हेमन्तज शर्मा, नितिन पाबुवाल, कपिल बारिया कुनिका बारिया, नंदिनी सोलीवाल आदि गणमान्य मौजूद थे ।
मंगलवार को आयोजित हुई रंग भरो प्रतियोगिता में कनिष्ठ वर्ग में प्रथम देवांश, द्वितीय निधि नाथानी, तृतीय हर्षिता हरवानी व सांत्वना पुरस्कार लोचन व वरिष्ठ वर्ग में प्रथम देवांश, द्वितीय गरीमा, तृतीय श्रृद्धा चौरसिया रहे। विजेताओं को 16 जून को शाम 6 बजे दाहरसेन स्मारक पर मुख्य कार्यक्रम में सम्मानित किया जायेगा।
इस कार्यक्रम में नगर निगम अजमेर, अजमेर विकास प्राधिकरण व महाराजा दाहरसेन समारोह समिति का सहयोग रहा।
गुरुवार को होने वाले कार्यक्रम
15 जून पूर्व संध्या पर स्मारक पर हिंगलाज माता पूजन व दीपदान का कार्यक्रम होगा।
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